उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से अलकनंदा तथा धौलीगंगा नदियों में हिमस्खलन और बड़े पैमाने पर बाढ़ आ गई है. विकराल बाढ़ के बाद गढ़वाल क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है. तपोवन में एनटीपीसी की साइट से तीन शव बरामद किए गए हैं. अब तक आठ शव बरामद हो चुके हैं. ऋषिगंगा पर बनी एक बिजली परियोजना को भी भारी नुकसान पहुंचा है. दोनों साइटों पर कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. अलकनंदा और धौलीगंगा नदी के किनारे बसे लोगों को निकालने का काम चल रहा है.
गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में आई आपदा को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की. बाढ़ से चमोली जिले के निचले इलाकों में खतरा देखते हुए राज्य आपदा प्रतिवादन बल और जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है. साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे गंगा नदी के किनारे पर न जाएं. प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों के बचाव का कार्य चल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उत्तराखंड के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. साथ ही उत्तराखंड को केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है.
Here are the Updates for Uttarakhand Glacier Break:
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनज़र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के संबंधित विभागों और अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया और घटना पर दुख प्रकट किया है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गंगा किनारे बसे जिलों में प्रशासनिक सक्रियता बढ़ गई है और संबंधित जिलाधिकारियों ने अधिकारियों की बैठक बुलाकर आवश्यक तैयारी शुरू कर दी है.
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के निदेशक कलाचंद सैन ने कहा है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के बाद आई व्यापक बाढ़ के कारणों का अध्ययन करने के लिए ग्लेशियर के बारे में जानकारी रखने वाले वैज्ञानिकों (ग्लेशियोलॉजिस्ट) की दो टीम जोशीमठ-तपोवन जायेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के कारण आई बाढ़ में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के निकट परिजन को रविवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने को मंजूरी दी. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक ट्वीट में यह जानकारी दी गई है.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आई अचानक बाढ़ के बाद वहां चमोली जिले के लोगों की कुशलता की कामना की. गौरतलब है कि रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट गया, जिससे धौली गंगा नदी में भीषण बाढ़ आ गई और इसके चलते पारिस्थतिकीय रूप से नाजुक हिमालय के ऊपरी इलाकों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है.
उत्तर प्रदेश के ज्योतिष पीठ ने रविवार को यहां माघ मेला शिविर में बताया कि उत्तराखंड के तपोवन में घटित घटना को देखते हुए सोमवार को यहां होने वाला स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव स्थगित कर दिया गया है. ज्योतिष पीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि उनके गुरू स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 48 वर्ष पहले ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य के रूप में अभिषेक हुआ था.
उत्तराखंड की आपदा पर दुख प्रकट करते हुए बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार से आपदा से निपटने में राज्य की हर प्रकार की सहायता तत्काल सुनिश्चित कराने की मांग की है जबकि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार से फंसे हुए लोगों को बचाने और लापता लोगों की खोज करने की मांग़ की है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तराखंड आपदा के संदर्भ में वहां के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से टेलीफोन पर बातचीत की और वस्तुस्थिति की जानकारी ली. नीतीश और रावत के बीच जिस वक्त बातचीत हुयी उस समय उत्तराखंड के मुख्यमंत्री घटनास्थल पर ही मौजूद थे. बिहार के मुख्यमंत्री ने रावत से कहा, ''मुझे उम्मीद है कि आप जल्द ही स्थिति पर नियंत्रण पाने में सफल होंगे और उत्तराखण्ड इस त्रासदी से शीघ्र उबर जायेगा. आपदा की इस घड़ी में हमलोग आपके साथ हैं.''
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी ने कहा कि उत्तराखंड में तपोवन के नजदीक हिमस्खलन में हमारी हाइड्रो पावर परियोजना की निर्माणाधीन साइट का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. राहत कार्य जारी है और हम पुलिस और जिला प्रशासन की मदद से स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट में कहा, "कर्णप्रयाग में आज 3 बजकर 10 मिनट पर नदी में पानी की बहाव की स्थिति से साफ़ है कि बाढ़ की सम्भावना बहुत ही कम है. हमारा विशेष ध्यान सुरंगों में फंसे श्रमिकों को बचाने में है और हम सभी प्रयास कर रहे हैं. किसी भी समस्या से निपटने के सभी ज़रूरी प्रयास कर लिए गये हैं.
आपदा से प्रभावित दो परियोजना स्थलों से लापता मजदूरों को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने ट्वीट किया है. आपदा की वजह से चमोली में दो डैम (बांध) साइट प्रभावित हुई हैं. रावत ने कहा, "भारतीय सेना और आईटीबीपी के 600 जवान किसी भी इमरजेंसी स्थिति से निपटने के लिए खड़े हैं. एनटीपीसी और ऋषिगंगा साइट से लापता मजदूरों की जान बचाने के लिए सभी रेस्क्यू टीम बेहतर काम कर रही हैं. मेरी संवेदनाएं लापता मजदूरों के साथ हैं."
राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आपदा से प्रभावित दो कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे मजदूरों की जान बचाने के लिए पुलिस, राज्य आपदा मोचन बल और आईटीबीपी की टीमें काम कर रही है. अब तक दो शवों को बरामद किया गया है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जोशीमठ के तपोवन इलाके में सेना और आईटीबीपी के जवानों से ग्लेशियर टूटने से हुए नुकसान की जानकारी ली.
इस कठिन समय में मोदी सरकार उत्तराखंड की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. NDRF, ITBP और SDRF की टीमें वहां पहुंच गई हैं, वायुसेना को भी अलर्ट पर रखा गया है. देवभूमि में जानमाल का नुकसान कम से कम हो और वहां की स्थिति यथाशीघ्र सामान्य हो यह हमारी प्राथमिकता है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में उत्पन्न हुई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड में बांध के टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश में संबंधित विभागों, अधिकारियों और SDRF को हाई-अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. (एएनआई)
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. उन्होंने कहा, "अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें. कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं."
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को ट्वीट में कहा, "राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है. नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है, लेकिन बहाव कम होता जा रहा है. राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है."
उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने की घटना और आपदा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं. भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और देश सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहा है. वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत कार्यों पर जानकारी ले रहे हैं."
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के सम्बंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, DG ITBP व DG NDRF से बात की है. सभी सम्बंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. NDRF की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं. देवभूमि को हर सम्भव मदद दी जाएगी.