फटी जींस (Ripped Jeans) पर अपने बयान को लेकर देशभर में आलोचना झेल रहे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) की एक बार फिर जुबान फिसल गई. रविवार को सीएम तीरथ सिंह रावत का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह कह रहे हैं कि अमेरिका ने हम पर 200 साल राज किया है. दरअसल, सीएम रावत एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन के जरिए जनता को भारत में कोरोना की स्थिति के बारे में बता रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कहा कि भारत कोरोना से निपटने के मामले में अन्य देशों की तुलना में बेहतर कर रहा है। आगे सीएम रावत ने कहा कि अमेरिका, जिसने हमें 200 साल गुलाम बनाया था और जिसने दुनिया पर राज किया, वर्तमान में वो संघर्ष कर रहा है. इसके अलावा सीएम रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हमें बचाने का काम किया है.
मालूम हो कि हाल ही में सीएम रावत ने फटी जींस को लेकर एक बयान दिया था, जिसकी खूब आलोचना हुई. हालांकि बाद में सीएम रावत ने मांफी भी मांगी थी. मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री रावत ने शुक्रवार यानी 19 मार्च को कहा था कि उन्हें जींस से कोई ऐतराज नहीं है और वह खुद भी जींस पहनते थे. उन्होंने कहा था कि फटी जींस पहनने की बात उन्होंने संस्कारों के परिप्रेक्ष्य में कही थी. उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी को लगता है कि फटी जींस ही पहननी है तो मुझे उससे कोई ऐतराज नहीं है. अगर किसी को बुरा लग हो तो मैं उनसे क्षमा मांगता हूं.'' उन्होंने कहा कि अगर हम बच्चों में संस्कार और अनुशासन पैदा करेंगे तो वे भविष्य में कभी असफल नहीं होंगे.
'फटी जींस' वाले बयान पर आलोचना से घिरे CM तीरथ सिंह रावत ने माफी मांगी, कही यह बात..
स्वयं को सामान्य ग्रामीण परिवेश से आया व्यक्ति बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि स्कूल के दिनों में जब उनकी पैंट फट जाती थी तो उन्हें डर लगता था कि कहीं गुरुजी डांटेंगे तो नहीं, दंड तो नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि यह अनुशासन और संस्कार था कि हम फटी पैंट पर पैबंद लगाकर स्कूल जाते थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस कार्यक्रम में उन्होंने यह बातें कहीं वह बच्चों को नशे जैसी बुरी विकृतियों से दूर करने को लेकर आयोजित किया गया था और उन्होंने बच्चों को इससे बचाने के लिए घर पर संस्कार देने की बात कही.
रावत ने कहा कि उन्होंने कहा था कि आजकल बच्चे चार-पांच हजार की महंगी जींस घर लाते हैं और उसे कैंची मार लेते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मेरी भी बेटी है और यह मुझ पर भी लागू होता है. मैंने घर पर संस्कारों की बात कही है, वातावरण कैसा हो. केवल किताबी ज्ञान नहीं, बच्चों में संस्कार भी पैदा करना चाहिए. चाहे वह लड़का हो या लड़की.''
Video :खबरों की खबर : क्या जींस के पैमाने से तय होगा संस्कार?