- बहराइच के बाबूलाल पुरवा गांव में जंगली जानवर के हमले से तीन वर्षीय बच्ची की मौत हो गई.
- वन विभाग ने बहराइच में नियंत्रण कक्ष बनाकर तीन जिलों में 32 टीमों के साथ तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
- सीतापुर में तेंदुआ रिहायशी इलाके में देखा गया, जिसकी तस्वीर सीसीटीवी में कैद होने के बाद वन विभाग तलाश में है.
यूपी के बहराइच जिले में कैसरगंज तहसील अंतर्गत बाबूलाल पुरवा गांव में बुधवार को जंगली जानवर के हमले से तीन वर्षीय बच्ची की मौत हो गई. बच्ची की मौत का पता चलने के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने घटनास्थल पर मौजूद कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की. वन क्षेत्राधिकारी ओंकार नाथ यादव ने बताया कि बुधवार को मझारा तौकली के मजरा बाबूलाल पुरवा गांव में घर के आंगन में बैठी तीन वर्षीय बच्ची को जंगली जानवर उठाकर ले गया, ग्रामीणों ने घेराव किया तो बच्ची को छोड़कर जानवर गन्ने के खेतों से होते हुए भाग गया, लेकिन इस दौरान जानवर बच्ची का एक हाथ खा गया. गांव वाले बच्ची को लेकर अस्पताल गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
कौन सा जानवर था
बच्ची की पहचान सोनी के तौर पर हुई. उसकी उम्र करीब तीन वर्ष थी. वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि आक्रोशित ग्रामीणों ने कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की. घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने हालात को नियंत्रित किया. उन्होंने बताया कि नौ सितंबर से 24 तारीख तक तीन बच्चों की मौत हो चुकी है, एक बच्चा लापता है, 15 दिनों में एक बच्चे सहित करीब एक दर्जन लोग घायल हुए हैं.
फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि हमलावर जानवर कौन सा था. वन विभाग की ओर से बहराइच में नियंत्रण कक्ष बनाकर तीन जिलों के सौ से अधिक कर्मियों वाली 32 टीम के साथ तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. ये टीम थर्मल ड्रोन, नाइट-विज़न कैमरे और कैमरा ट्रैप का इस्तेमाल कर रही हैं. संवेदनशील स्थानों पर पिंजरों में मवेशी बांधकर जानवर को पकड़ने की कोशिश जारी है. ग्रामीण भी लाठियां व टार्च लेकर रात भर गश्त में लगे हैं.
सीतापुर में तेंदुआ दिखा
आज ही उत्तर प्रदेश के सीतापुर में तेंदुआ देखा गया है. तेंदुआ सीतापुर के रिहायशी इलाके में घुमता दिखा है. इलाके में तेंदुआ होने की सूचना मिलने से स्थानीय लोगों में डर का माहौल है. सड़क पर घूमते हुए तेंदुए की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हु्ई है. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को दे दी. वन विभाग के अधिकारी अब उस तेंदुए की तलाश में जुटे हैं.
आदमखोर बाघिन पकड़ी गई
21 सितंबर को ही सीतापुर में आदमखोर बाघिन को वन विभाग की टीम ने ट्रंकुलाइज करके पकड़ा था. बाघिन कई लोगों और जानवरों पर हमला कर चुकी थी. वन विभाग की 50 लोगों की टीम इस बाघिन की एक महीने से इसकी तलाश कर रही थी. बाघिन को पकड़ने के लिए टीम 22 अगस्त से पिंजरा लगाया था, लेकिन बाघिन आती और पिंजरे में बंधे जानवर का आसानी से शिकार करके चली जाती. बाघिन अब तक 5 जानवरों को अपना शिकार बना चुकी है. बाघिन को पकड़ने के लिए पीलीभीत, कर्तनियाघाट और दुधवा नेशनल पार्क से एक्सपर्ट बुलाए गए थे.
बहराइच से लेकर मुरादाबाद तक दहशत
बहराइच में ही 28 अगस्त की रात एक वन्यजीव ने हमला कर दिया. हालांकि घायल चार लोग अपनी जान बचाने में कामयाब रहे लेकिन किसी अनहोनी की आशंका ने उन्हें अब रातों में जागने को मजबूर कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि मच्छरदानी में सो रहे ग्रामीणों पर महसी क्षेत्र के बम्भौरी ग्राम में भेड़िए ने हमला किया और इसके बाद आसपास के मोतीपुरवा, बदनपुरवा और सिसैया चूड़ामणि ग्राम में अलग-अलग जगहों पर सो रहे दो पुरुष और दो महिलाओं को घायल कर दिया. घटना की सूचना पर पुलिस और वन अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह भी मौके पर पहुंचे और भयभीत लोगों को सुरक्षा का यकीन दिलाया.
अगस्त में ही मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र के गांव यूसुफपुर नगलिया के एक खेत में काम कर रहे किसानों पर तेंदुए ने हमला कर दिया था, जिसमें तीन किसान मोहम्मद हुसैन, मोहम्मद सुलेमान और मोहम्मद अशरफ गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.