अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन जी20 के विदेश मंत्रियों की एक अहम बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार रात राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे. यह बैठक यूक्रेन संघर्ष को लेकर पश्चिमी देशों तथा रूस-चीन गठबंधन के बीच तनाव की पृष्ठभूमि में हो रही है.
ब्लिंकन बृहस्पतिवार को जी20 की बैठक में भाग लेने के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर से द्विपक्षीय वार्ता कर सकते हैं. उनके शुक्रवार को क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में भी भाग लेने की संभावना है.
अमेरिकी विदेश मंत्री उज्बेकिस्तान की यात्रा के बाद दिल्ली पहुंचे हैं.
उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में ब्लिंकन ने कहा कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ने पूरे क्षेत्र में गहरी चिंता पैदा कर दी है.
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई शक्तिशाली देश बल प्रयोग कर किसी संप्रभु पड़ोसी की सीमाओं को मिटाने की कोशिश करने पर आमादा है तो उसे दूसरों के साथ ऐसा करने से कैसे रोका जा सकता है.''
ब्लिंकन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मध्य एशिया के देश यह समझते हैं. अमेरिका भी समझता है और दुनियाभर में उसके सहयोगी भी समझते हैं. इसलिए हम न केवल यूक्रेन की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, आजादी के लिए खड़े हैं बल्कि मध्य एशिया के सभी देशों और निश्चित तौर पर दुनियाभर के देशों के लिए प्रतिबद्ध हैं.''
रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव, फ्रांस की कैथरीन कोलोना, चीन के किन गांग, जर्मनी की एनालेना बेयरबॉक और ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवर्ली भी जी20 के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग ले रहे हैं.
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