अमेरिका ने नौ करोड़ डॉलर मूल्य के सैन्य उपकरण खरीदने एवं सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस विमान के बेड़े के पक्ष में सेवाएं प्रदान करने के भारत के अनुरोध को मंजूरी दे दी है. रक्षा विभाग की डिफेंस सिक्योरिटी को-ऑपरेशन एजेंसी (डीएससीए) ने कहा कि यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका-भारत रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने में मदद करके अमेरिका की विदेश नीति एवं राष्ट्रीय सुरक्षा में सहयोग करेगी तथा ‘बड़े रक्षा साझेदार' की सुरक्षा सुधारेगी. कांग्रेस के लिए जारी की गयी बिक्री अधिसूचना में डीएससीए ने कहा कि भारत हिंद-प्रशांत एवं दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थायित्व, शांति एवं आर्थिक प्रगति के लिए अहम ताकत रहने वाला है.
भारत द्वारा किये गये अनुरोध में विमान में स्पेयर और मरम्मत से जुड़े सामान, एडवांस्ड रडार वार्निंग रिसीवर शिपसेट, दस लाइटवेट नाइट विजन बाइनोकुलर, 10 एन/एवीएस-9 नाइट विजन गोगल, जीपीएस, इलेक्ट्रॉनिक युद्धास्त्र आदि हैं. पेंटागन ने कहा कि प्रस्तावित बिक्री पहले खरीदे गये विमान का भारतीय वायुसेना, सेना और नौसेना की चीजों की ढुलाई, स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता, क्षेत्रीय आपदा राहत संबंधी जरूरतों को पूरा करने में प्रभावी भूमिका निभाएगी.