कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों राजनीतिक मुश्किलों से गुजर रहे हैं. मानहानि मामले (Defamation Case) में 2 साल की सजा के बाद संसद की सदस्यता गंवाने वाले राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वो 'गांधी हैं, सावरकर नहीं. माफी नहीं मांगेंगे.' अब इस बयान को लेकर महाराष्ट्र में कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के शिवसेना गुट के गठबंधन में दरार पड़ती दिख रही है. राज्य के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने राहुल गांधी को साफ चेतावनी देते हुए कहा कि सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. खबर ये भी है कि राहुल गांधी से नाराज उद्धव ठाकरे आज दिल्ली में कांग्रेस की ओर से डिनर में भी शामिल नहीं होंगे.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ लड़ाई में हम आपके साथ हैं, लेकिन वीर सावरकर के खिलाफ एक शब्द भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उद्धव ठाकरे ने खुली चुनौती देते हुए कहा कि उनकी पार्टी एमवीए महाविकास अघाड़ी में है. क्योंकि वे लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं. अगर आप एक साथ लड़ना चाहते हैं, तो यह स्पष्ट है कि हमारे भगवान का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
संजय राउत ने भी जताया विरोध
इससे पहले संजय राउत ने भी राहुल गांधी के बयान पर विरोध जताया है. संजय राउत ने कहा, 'वीर सावरकर हमारे और देश के लिए श्रद्धा का विषय है. अंडमान में 14 साल तक काला पानी की सजा आसान नहीं है. ऐसी टिप्पणी पर महाराष्ट्र की जनता करारा जवाब दे सकती है. हम आपके साथ हैं, लेकिन वीर सावरकर हमारे प्रेरणास्त्रोत हैं.'
सावरकर पर गलत बयानबाजी का आरोप
वहीं, शिवसेना ने अपने मुख्य पत्र 'सामना' के एडिटोरियल में राहुल गांधी पर सावरकर को लेकर गलत बयानबाजी का आरोप लगाया है. 'सामना' में लिखा गया, 'राहुल गांधी बार बार ऐसे बयान दे रहे हैं. इस तरह के बयानों से कोई बहादुर नहीं बनता. न ही ऐसे बयानों से लोगों का सावरकर पर से भरोसा उठेगा. सावरकर के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी से महाराष्ट्र में पार्टी के लिए मुश्किलें पैदा होंगी.'
ऐसे नहीं लड़ सकते सच्चाई की लड़ाई
एडिटोरियल में आगे लिखा गया, 'मानहानि के मुकदमे में राहुल गांधी के साथ जो हुआ, वो अन्याय है. लेकिन सावरकर का अपमान करके वो सच्चाई की लड़ाई नहीं लड़ सकते. गांधी का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ है, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है. यही सच्चाई है. लेकिन सावरकर और उनके परिवार ने भी देश के लिए काम किया है.'
मोदी सरनेम वाले बयान पर राहुल गांधी को सजा
बता दें कि मोदी सरनेम वाले बयान पर 2019 के आपराधिक मानहानि केस में सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को दोषी पाया है और उन्हें 2 साल की सजा सुनाई गई है. राहुल पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. हालांकि, सजा को 20 दिन के लिए निलंबित भी कर दिया गया है, ताकि कांग्रेस नेता ऊपर की अदालतों में अपील कर सके. इस सजा के एक दिन बाद लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना में कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता दोषसिद्धि की तारीफ 23 मार्च से रद्द हो गई है.
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