भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के विवादित बयान पर एक बार फिर हंगामा हो गया है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में वर्मा ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए एक समुदाय विशेष के पूर्ण बहिष्कार का आह्वान कर दिया. उन्होंने वहां खड़े लोगों से नारे भी लगवाए. बारिश के बीच उन्होंने कहा कि वे सब्जियां और मांस बेचते हैं. उनसे सामान खरीदने की जरूरत नहीं है. हमें एमसीडी से कहना चाहिए कि अगर उनके पास लाइसेंस नहीं है तो उन्हें बंद कर दें.
भाजपा सांसद ने भीड़ की ओर इशारा करते हुए कहा कि यदि उन्हें आप सीधा करना चाहते हैं तो एकमात्र इलाज पूर्ण बहिष्कार है. यदि आप सहमत हैं तो अपने हाथ उठाएं. सांसद के ऐसा कहते ही वहां मौजूद सभी लोगों ने हाथ खड़े कर दिए. इस मामले पर द इंडियन एक्सप्रेस ने सांसद से बात की तो उन्होंने कहा कि मैंने किसी भी धार्मिक समुदाय का नाम नहीं लिया है. मैंने जो कहा वह यह था कि जिन परिवारों के सदस्य इस तरह की हत्याओं को अंजाम देते हैं, उनका बहिष्कार किया जाना चाहिए. ऐसे परिवार, अगर वे कोई रेस्तरां या व्यवसाय चलाते हैं, तो उनका बहिष्कार किया जाना चाहिए. ट्विटर पर कई लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को इस बारे में टैग किया है और सांसद के भाषण का विरोध किया. कुछ लोगों ने भाजपा नेता की विवादास्पद टिप्पणियों के समर्थन में ट्वीट भी किया।
हैदराबाद के सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाषण का एक वीडियो साझा किया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने मुसलमानों के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया है और गृहमंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी उनको हरी झंडी है.
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने दिल्ली पुलिस से सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है. पीटीआई के अनुसार, जब उसने दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी से बात की तो पुलिस अधिकारी ने कहा कि भाषण के फुटेज की जांच की जाएगी. अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है. हालांकि, कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ बिना अनुमति रैली करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
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