उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बागपत के बड़ौत तहसील में चल रही खाप पंचायत और किसानों के धरना को यूपी पुलिस ने जबरन खत्म करा दिया है. तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान वहां महापंचायत कर रहे थे. किसानों का यह धरना दिल्ली-यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर महीने भर से चल रहा था. लेकिन बीती रात पुलिस आई और वहां, लाठियां बरसाने लगी. इसके बाद वहां लगे टेंट और तम्बू उखाड़ कर ले गई. इसके खिलाफ खाप में बहुत गुस्सा है.
पुलिस कार्रवाई के विरोध में बड़ौत में काफी संख्या में आसपास के गांव वाले आज मौजूद हैं. राठी खाप, धनकड़ खाप, धामा खाप, तोमर खाप ऐसी तमाम खाप के मुखिया यहां जुटे हैं और महापंचायत कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि सरकार को कृषि कानून वापस लेने होंगे. ये लोग किसानों पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने की भी मांग कर रहे हैं.आज सुबह से ही किसान पंचायत स्थल पर बड़ौत में जमा होने लगे थे.
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मुजफ्फरनगर में महापंचायत के बाद अब किसान बड़ौत में एकजुट हैं. किसानों का हुजूम यहां से ये भी संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि दिल्ली की सीमाओं पर जारी धरने को और मजबूती कैसे दी जाए? बड़ौत में खाप महापंचायत को देखते हुए प्रशासन ने वहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की है. इस बीच पुलिस के अधिकारी किसान नेताओं को समझाने की भी कोशिश कर रहे हैं. किसानों ने अब इसे सम्मान की लड़ाई बना लिया है.
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