"गोमूत्र में गंगा, गोबर में लक्ष्मी का वास" : उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री का बयान

पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुसलमान भी गाय पालते हैं उनको भी संपत्ति संपन्नता चाहिए हम अभी कह रहे हैं किसी को गाय के गोबर के बने दीपक जलाने में रोकने का कोई प्रतिबंध नहीं है हम तो विशेष आग्रह करें आप के माध्यम से कहना चाह रहे हैं कि मुसलमान अपने घरों में इसका प्रकाश करेंगे तो उनके लिए श्रेष्ठता होगी.

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पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने मुसलमानों से दीप जलाने का किया आह्वान
हरदोई:

उत्तर प्रदेश सरकार में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने अनोखा बयान दिया है. उनके मुताबिक देसी गाय का दूध अमृत है, उनके मुताबिक गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास होता है और गाय के मूत्र में गंगा मैया रहती है वास्तु दोष और ग्रह दोष में गोमूत्र का छिड़काव करने से सारे दोष दूर हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि गाय के पवित्र गोबर से बने 9 दीपक जलाने से नवग्रह ठीक रहते हैं और परिवार में घर में सुख शांति और समृद्धि आती है. उन्होंने मुसलमानों को भी गाय के गोबर से बने दीपक से अपने घरों में प्रकाशित करने का आह्वान किया है.

उत्तर प्रदेश सरकार में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह हरदोई में लम्पी वायरस को लेकर पशु विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान यूपी सरकार में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा -गौशाला आत्मनिर्भर बने ,आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम यह सब कार्रवाई कर रहे हैं और दो रुपए किलो गाय का गोबर खरीदेंगे. सीएनजी निर्माण हमारी प्राथमिकता है आज जिलाधिकारी हरदोई से मैंने बात की है कि गाय के गोबर से ओडीओपी में जोड़ा जाए.

इस बार आप लोगों से भी मेरा अनुरोध है गाय के देसी गाय का दूध अमृत है, गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास है , गाय के मूत्र में गंगा मैया रहती हैं , शास्त्र कहता है यदि कहीं वास्तु दोष हो, घर में ग्रह दोष हो तो गाय मूत्र का छिड़काव कर देंगे तो यह सारे दोष दूर हो जाएंगे. ग्रह दोष यानी नवग्रह होते हैं इस बार हमने आग्रह किया है आज मुख्यमंत्री जी को भी हमने सवा लाख गो दीप गाय के पवित्र गोबर से बने दीपक दिए हैं. वह अयोध्या की दीपावली पर जगमग रोशनी देंगे जो दुनिया देखेगी कि यह गाय के गोबर से बने दीपक है.

आप सभी अपने घरों में नौ दीपक जरूर जलाएं इससे नौ ग्रह होते हैं. नवग्रह ठीक रहेंगे तो परिवार में घर में सुख शांति यश समृद्धि आएगी तो हरदोई में मैंने सीडीओ साहब और डीएम साहब से कहा है कि दीपक उपलब्ध होंगे. लेकिन दीपक आप खरीदें जरूर चालीस रुपए के अब ऐसे करके कुछ मिलेंगे, उसको कम में भी बात करिए थोड़ा महंगा पड़ता है तो यह हमारा प्रयास है. दो रुपए किलो वाला गाय का गोबर पवित्र गोबर दो सौ रुपए किलो बिके इसको ओडीओपी में जोड़ें. इसको और तमाम अब अगर आपको मिल जाए गाय के गोबर से बने गणेश जी और गाय के गोबर से बने लक्ष्मी जी तो उनकी पूजा करेंगे तो ठीक रहेगा. 

पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुसलमान भी गाय पालते हैं उनको भी संपत्ति संपन्नता चाहिए हम अभी कह रहे हैं किसी को गाय के गोबर के बने दीपक जलाने में रोकने का कोई प्रतिबंध नहीं है हम तो विशेष आग्रह करें आप के माध्यम से कहना चाह रहे हैं कि मुसलमान अपने घरों में इसका प्रकाश करेंगे तो उनके लिए श्रेष्ठता होगी. मैं आपको एक और सच बता रहा हूं मैं मजाक नहीं करता हूं, एक राजमिस्त्री था उसके घर में कुछ दिक्कत थी तो मैंने कहा तुम अपने हनुमान चालीसा का पाठ करो , उसने हनुमान चालीसा का पाठ किया बाधा दूर हो गई आज संपन्न है तो हमारे देवी देवता एक आदमी एक बिरादरी के कुछ थोड़ी होते हैं यह सभी के लिए होते हैं हम लोगों ने बाँध रखे हैं तो एक अलग बात है मुसलमान भी गो दीप जलाएंगे तो उन्हें अच्छी बात है.

मंत्री धर्मपाल सिंह ने मदरसों के सर्वे को लेकर पूंछे गए सवाल के जबाब में कहा--तो यह जो बेहतर शिक्षा को लेकर हमने सर्वे कराया है जिसमें हम एनसीईआरटी का कोर्स दे रहे हैं कि सारे मुसलमान बच्चों को हम फ्री दे रहे हैं और एनसीईआरटी कोर्स के माध्यम से यह जो विरोध कर रहे हैं वह लोग मौलवी बना सकते हैं बच्चों को मौलवी के अलावा आईएएस आईपीएस इंजीनियर डॉक्टर नहीं बना पाएंगे इसके लिए हम उन्हें हिंदी इंग्लिश विज्ञान गणित सामाजिक विषय पढ़ाने का काम करेंगे और साथ ही उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का जो काम है वह किया जा रहा है.

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दीनी तालीम में हमने दीनी तालीम में कोई रोक नहीं लगाई है चाहे अरबी पढ़े चाहे उर्दू पढ़े चाहे फ़ारसी पढ़े कोई दिक्कत नहीं है नीचे कुर्ता पहने ऊंचा पजामा पहने कोई दिक्कत नहीं है लेकिन इस देश को अपना देश माने भारत माता को भारत माता कहे राष्ट्र को अपने सामंजस्य में लाने का काम करें वंदे मातरम में कोई आपत्ति नहीं है वंदे मातरम मातृभूमि की वंदना है वंदेमातरम कहते हैं वह मादरे वतन कहते थे कि उनकी भाषा में हम बंदे मातरम बोलते वह अपनी भाषा में मादरे वतन कहते हैं जो मौलवी लोग हैं जो लोग हैं वह थोड़ा विस्तार करके जो दुर्भावनाएं फैला रहे हैं.
 

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