उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में मंगलवार को निर्दलीय प्रत्याशी महेश चंद्र शर्मा का नामांकन खारिज होने के बाद सभी 12 प्रत्याशियों (10 भाजपा और दो सपा के) का निर्विरोध चुना जाना तय है. निर्वाचन अधिकारी ब्रजभूषण दुबे ने मंगलवार को बताया कि सोमवार को निर्दलीय प्रत्याशी महेश चंद्र शर्मा ने नामांकन किया था लेकिन नामांकन पत्रों की जांच के दौरान उनका नामांकन रद्द कर दिया गया. इस तरह अब बारह उम्मीदवार मैदान में है और इतनी ही सीटों पर चुनाव होना है.
उन्होंने बताया कि शर्मा का नामांकन इसलिये रद्द हो गया क्योंकि उनके नामांकन पत्र में प्रस्तावकों के हस्ताक्षर नहीं थे और न ही उन्होंने शुल्क भुगतान की रसीद जमा की थी. दुबे ने बताया कि विधान परिषद के लिये भारतीय जनता पार्टी के 10 और समाजवादी पार्टी के दो प्रत्याशियों का निर्विरोध चुना जाना तय है. इस बारे में घोषणा बृहस्पतिवार दोपहर बाद की जायेंगी.
सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा, कुंवर मानवेन्द्र सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य शामिल हैं. इसके अलावा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई, प्रदेश महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला और प्रदेश महामंत्री अश्वनी त्यागी, माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति और सुरेंद्र चौधरी ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था.
सपा के अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी शुक्रवार को ही नामांकन पत्र दाखिल कर चुके है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधान सभा में मौजूदा समय में 402 सदस्य हैं जिनमें भारतीय जनता पार्टी के 310, समाजवादी पार्टी के 49, बहुजन समाज पार्टी के 18, अपना दल (सोनेलाल) के नौ, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सात, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार, निर्दलीय तीन, राष्ट्रीय लोकदल के एक, निर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल (निषाद) के एक सदस्य हैं. भाजपा के साथ अपना दल (सोनेलाल) का गठबंधन है.