उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रदेश के अधिकतर जिलों में कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) में छूट के दौरान लोगों द्वारा लापरवाही बरतने पर नाराजगी जाहिर करते हुए बुधवार को कहा इस रियायत का मतलब ''लापरवाही'' की छूट होना नहीं है. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने टीम-9 की बैठक में कहा "कोरोना कर्फ्यू से छूट का आशय लापरवाही की छूट होना नहीं है. कई जिलों में लोगों के मास्क न लगाने, बाजारों में अनावश्यक भीड़, सामाजिक दूरी का पालन न करने जैसी जानकारी मिली है. यह स्थिति किसी के लिए भी अच्छी नहीं है."
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उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए हर एक नागरिक का सहयोग आवश्यक है. उन्होंने कहा ‘‘पुलिस प्रशासन को सक्रियता बढ़ाने की जरूरत है. लोगों को जागरूक भी करें, साथ ही गश्त, निरीक्षण और जरूरत पड़ने पर दंडात्मक कार्रवाई भी की जानी चाहिए. सभी जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक शासन द्वारा जारी आदेशों का प्रतिबद्धतापूर्वक अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराएं.''
योगी ने हिदायत दी कि कोरोना कर्फ्यू से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए. उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन बन्दी को प्रभावी बनाने के लिए शाम छह बजे से ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो जाएं और कहीं भी भीड़ की स्थिति न बने.
उन्होंने कहा ‘‘ प्रदेश ने आज पांच करोड़ कोविड जांच का नया कीर्तिमान बनाया है. इतनी जांच किसी भी अन्य राज्य द्वारा नहीं की गईं. कोरोना संक्रमण की रोकथाम में ट्रेसिंग-टेस्टिंग के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर प्रदेश ने प्रारंभ से ही आक्रामक नीति अपनाई है. यही कारण है कि आज प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है.''
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मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जून से राज्य के सभी 75 जिलों में शुरू हुए 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण अभियान में लोगों की भागीदारी उत्साहजनक है. उन्होंने कहा कि इस महाभियान के पहले दिन एक जून को साढ़े पांच हजार केंद्रों पर 3,42,000 से अधिक लोगों ने टीका लगवाया.