उत्तर प्रदेश के महोबा में घर के बाहर बाइक चलाने को लेकर दबंगों ने एक परिवार पर अंधाधुंध फायरिंग कर जानलेवा हमला कर दिया. इस घटना में चार महिलाओं सहित करीब 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है.
घटना की सूचना मिलते ही एसपी ने भारी पुलिस बल के साथ गांव में घटना स्थल का निरीक्षण कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए है. पनवाड़ी थाना क्षेत्र के बेदों गांव में रहने वाले रमन तिवारी ने बताया कि पड़ोस के ही नरेंद्र तिवारी का बेटा जीतेन्द्र मेरी बेटी के साथ छेड़छाड़ करने लगा था. इस मामले को लेकर हमारे परिवारी जनों ने जीतेन्द्र के घर में शिकायत की थी. आज जीतेन्द्र अवैध तमंचे को लेकर गाड़ी लेकर मेरे घर के आसपास कई राउंड लगा रहा था. इस बात से भयभीत होकर मेरे परिवारजनों द्वारा एक बार फिर विरोध किया गया था. उन्होंने बताया कि इस बात से नाराज होकर जीतेन्द्र ने अपने परिवारजनों को मेरे घर के सामने लाकर अवैध असलहो से जान से मारने की नीयत से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी.
इस गोलीकांड की वारदात में करीब 5 महिलाओं सहित 11 लोग घायल हुए हैं. घटना के आसपास खड़े कुछ मासूम बच्चे भी हादसे का शिकार हुए हैं. हैरानी की बात है कि दबंगों ने पुलिस के सामने ही अंधाधुंध फायरिंग कर समूचे गांव में दहशत फैला दी.
महोबा पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने बताया कि आज एक गोली कांड की घटना सामने आई थी, जिसको लेकर मेरे वह अन्य अधिकारियों द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है. इसमें अवैध तमंचे से फायरिंग के दौरान पांच महिलाएं तीन बच्चे सहित दो पुरुष घायल हुए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल लाया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है. आरोपियों की घर पकड़ के लिए टी में गठित कर दी गई है. पुलिस घटना की हर पहलू पर जांच करने में जुटी हुई है.
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