समाजवादी पार्टी के मुखिया और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) करहल विधानसभा सीट (Karhal Assembly Seat) से चुनाव मैदान में उतरेंगे. मैनपुरी जिले में आने वाली करहल विधानसभा सीट को सपा का गढ़ माना जाता है. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की लहर के बावजूद सपा यह सीट जीतने में कामयाब रही थी. इसे देखते हुए सपा कार्यकर्ता अखिलेश यादव के जीत का दावा कर रहे हैं.
करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का काफी दबदबा है. यह सीट सपा की सुरक्षित सीट कही जाती है. यहां 1993 से लगातार सपा यहां जीती है. केवल एक बार 2002-2007 में ये सीट बीजेपी ने जीती थी. करहल सीट मैनपुरी जिले में आती है जो यादव परिवार का गढ़ रहा है.
करहल सीट पर समाजवादी पार्टी का पिछली सात बार से कब्जा रहा है. 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान सपा उम्मीदवार सोबरन यादव को इस सीट पर एक लाख से ज्यादा वोट मिले थे और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी प्रेम शाक्य को 38 हजार से ज्यादा मतों से हराया था.
अखिलेश के पिता व सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) मैनपुरी से सांसद हैं. वह पांचवीं बार यहां से सांसद चुने गये हैं. मुलायम का करहल से गहरा नाता है. उन्होंने यहीं के जैन इंटर कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की थी और वह यहां शिक्षक भी रहे.
मौजूदा समय में अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद हैं और पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले जब वह मुख्यमंत्री थे, तब वह विधान परिषद के सदस्य चुने गए थे.