भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के लड़ाकू विमान जगुआर, मिराज-2000 और सुखोई -30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमान 16 नवंबर को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे टचडाउन अभ्यास करेंगे. यह अभ्यास एक्सप्रेसवे पर बनी 3.1 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर किया जाएगा. 42,000 करोड़ रुपये की लागत वाली एक्सप्रेसवे परियोजना के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय वायु सेना के परिवहन विमान सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस (यूएस-निर्मित) से एक्सप्रेसवे पर उतरेंगे.
एक्सप्रेसवे के औपचारिक उद्घाटन के बाद दो जगुआर, दो मिराज-2000 और दो सुखोई एक्सप्रेसवे पर टच एंड गो ड्रिल करेंगे. इस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य के पूर्वी हिस्से की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करेगा. उद्घाटन समारोह का समापन तीन सूर्य किरण एरोबेटिक्स टीम के प्रदर्शन के साथ होगा. शुक्रवार को भारतीय वायुसेना के तीन जगुआर विमानों ने एक्सप्रेस-वे पर प्रायोगिक अभ्यास किया.
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340 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ता है. यह लखनऊ को मिर्जापुर से जोड़ेगा और दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को चार घंटे कम करेगा. एक्सप्रेसवे बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और मऊ से होकर गुजरता है. उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक इसमें 7 बड़े पुल, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 114 छोटे पुल और 271 अंडर पास होंगे.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसके पास दो एक्सप्रेस-वे आधारित हवाई पट्टियां हैं. एक हवाईपट्टी लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर और दूसरा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर है. एक्सप्रेसवे हवाईपट्टियों को लड़ाकू जेट विमानों को आपात स्थिति में उतरने और उड़ान भरने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
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