केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने दंतेवाड़ा में CRPF के जवानों पर हुए हमले के ऊपर एक किताब लिखी है. जो कि जल्द ही बाजार में उपलब्ध होने वाली है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी इस नोवेल को 'लाल सलाम' (Lal Salaam) नाम दिया है. ट्विटर पर इस किताब के आने की घोषणा करते हुए स्मृति ईरानी ने लिखा कि इसे अमेजन से प्री-ऑर्डर किया जा सकता है. स्मृति ईरानी की इस किताब को पब्लिशिंग हाउस वेस्टलैंड की ओर से लाया जा रहा है.
स्मृति ईरानी की ये किताब दंतेवाड़ा में अप्रैल 2010 में CRPF के जवानों पर हुए हमले से प्रेरित है. इस हमले में देश के 76 जवान शहीद हो गए थे. स्मृति ईरानी ने कहा कि उनके दिमाग में कई सालों से ये कहानी चल रही थी. वहीं वो समय आया जब मैंने इस कहानी को कागज पर उतारने की इच्छा को नजरअंदाज नहीं किया. मैं उम्मीद करती हूं कि ये किताब पढ़ने वाले लोग उस गति और गहराई का आनंद लेंगे. जो मैंने कहानी में लाने की कोशिश की.
लाल सलाम किताब, विक्रम प्रताप सिंह नामक एक युवा अधिकारी के जीवन पर है. इसमें बताया है कि कैसे विक्रम प्रताप सिंह राजनीति और भ्रष्टाचार में डूबी व्यवस्था का सामना करता है. प्रकाशन की ओर से जारी प्रेस रिलीज में इस किताब के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि इस किताब के जरिए नक्सली व माओवादी विद्रोही क्षेत्रों में चुनौतियों का सामना करने वाले अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई है. ये किताब 29 नवंबर से उपलब्ध हो जाएगी.
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की ये पहली किताब होने वाली हैं. इस किताब को लिखने से पहले स्मृति ईरानी ने कई सालों तक रिसर्च की है.
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