केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी (Pralhad Joshi) ने अपने भाई गोपाल जोशी पर लग रहे आरोपों को लेकर अपनी बात रखी है. उनके भाई गोपाल जोशी के खिलाफ कर्नाटक में केस दर्ज किया गया है और आरोप है कि लोकसभा चुनाव में टिकट देने का लालच देकर उन्होंने दो करोड़ रुपये की ठगी की. इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके भाई गोपाल जोशी से उनका कोई वास्ता नहीं है. गोपाल जोशी को बेंगलुरु पुलिस ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है.
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए कहा, " नवंबर 2013 में मैंने सिटी सिविल कोर्ट बैंगलोर में एक सिविल मुकदमा दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि गोपाल जोशी और मैं 20 साल (अब 32 साल से अधिक) से अलग हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे केवल 2 भाई हैं और कोई बहन नहीं है. विजयलक्ष्मी जोशी का मेरी बहन के रूप में उल्लेख पूरी तरह से गलत है."
कार्यालय में आने की बात को बताया निराधार
साथ ही उन्होंने एक्स पर कहा, "एफआईआर में शिकायतकर्ता का सुनीता चव्हाण का मेरे अलग हो चुके भाई गोपाल जोशी के साथ मेरे कार्यालय में आना पूरी तरह निराधार है."
साथ ही उन्होंने कहा कि 2012 में एक फैमिली अरेंजमेंट डीड बनाई गई थी जिसमें साफ कहा गया कि हम सामाजिक और आर्थिक रूप से किसी भी संयुक्त परिवार की स्थिति या किसी संयुक्त लेनदेन में नहीं हैं. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सभी को सूचित करने के लिए 2012 में समाचार पत्रों में एक सार्वजनिक नोटिस भी जारी हुआ था.
क्या है पूरा मामला
जेडीएस के पूर्व विधायक देवानंद की पत्नी सुनीता चव्हाण ने बेंगलुरु के बसवेश्वर नगर पुलिस थाने में गोपाल जोशी और अन्य दो लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान गोपाल जोशी ने उनसे 2 करोड़ रुपए लिए थे और कहा था कि वो उनके पति को चुनाव में टिकट देंगे, लेकिन टिकट नहीं दिया गया. जब वो पैसे वापस मांगने गई तो उसका अपमान भी किया गया. पुलिस ने धोखाधड़ी और SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. महिला के मुताबिक, गोपाल जोशी ने उससे कहा था कि मेरे भाई का केंद्र सरकार में अच्छा पद है.