प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महीने की शुरुआत में कैबिनेट में बदलाव किया, जो खासा चर्चा का विषय रहा. कई मंत्रियों का ओहदा बढ़ाया तो कई की छुट्टी भी की गई. विभिन्न राज्यों के नेताओं को भी टीम मोदी में जगह दी गई. इन्हीं में एक हैं डॉक्टर एल मुरुगन. तमिलनाडु के डॉक्टर एल मुरुगन को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया है. हालांकि, उनके राजनीतिक करियर में उछाल का उनके माता-पिता के जीवन पर कोई असर नहीं पड़ा, जो तमिलनाडु के नमक्कल शहर से 15 किमी दूर कोनूर गांव में रहते हैं.
केंद्रीय मंत्री मुरुगन की बुजुर्ग मां वरुदम्मल बेटे के मंत्री बन जाने के बावजूद आज भी दूसरे मजदूरों के साथ खेतों में काम कर रही है जबकि उनके पिता लोगानाथम पहले की तरह भेड़ चराते हैं. उनका कहना है कि उनकी दिल्ली जाने की कोई योजना नहीं है और यहां पर मेहनत मजदूरी करके अपनी जीविका चलाने में खुश हैं.
केंद्रीय मंत्री के माता-पिता एक पतली से गली के साधारण से घर में रहते हैं, जिसमें छत पर पोल में बीजेपी का झंडा लहरते हुए नजर आता है.
डॉक्टर मुरुगन ने गांव के स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की थी और बाद में आगे की पढ़ाई के लिए जिले के परमथी शहर चले गए. उसके बाद उन्होंने चेन्नई से लॉ की डिग्री हासिल की.
केंद्रीय मंत्री डॉक्टर मुरुगन के पिता लोगानाथम ने एनडीटीवी से कहा, "हमें गर्व है कि हम खेती करते हैं. हमने खेती-किसानी के जरिए ही उन्हें (मुरुगन) मंत्री बनाया. हमें इसे नहीं छोड़ेंगे. इसलिए मैं काम करता रहता हूं."
मुरुगन के मंत्री बनने के बाद से उनके पिता की उनसे मुलाकात नहीं हुई है. पिछली बार वे घर तब आए थे तब उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. पिता लोगानाथम हाल ही में बेटे मुरुगन से मिलने चेन्नई गए थे.