- सिंधु जल संधि को भारत सरकार ने निलंबित रखा है, कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
- यमुना का पानी डेढ़ साल में नहाने लायक और तीन साल में पीने लायक बनाने का लक्ष्य है.
- मोदी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में कई विकास योजनाएं लागू की हैं.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि (Pakistan Indus Water Treaty) पर कहा कि यह फैसला भारत सरकार और प्रधानमंत्री मोदी का है. सिंधु जल संधि को अभी के लिए निलंबित रखा गया है. इस पर अब कुछ भी नहीं हो रहा. सिंधु जल संधि एबेयंस में रख दी गई है, इससे देश को फायदा होगा. पाकिस्तान के चिट्ठी लिखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चिट्ठी लिखना स्वाभाविक प्रक्रिया है लेकिन चिट्ठी लिखने के बाद कोई काम आगे नहीं हुआ है. यह संधि एबेयंस में रखने का फैसला पीएम मोदी का है.
यमुना का पानी डेढ़ साल में पीने लायक होगा
यमुना की सफाई पर उन्होंने कहा कि काम चल रहा है. पैंतालीस दिनों में जलकुंभी हटाने का लक्ष्य रखा था. अगले डेढ़ साल में नहाने लायक और उसके अगले डेढ़ साल में पीने लायक पानी बनाने का लक्ष्य रखा गया है. जल जीवन मिशन पर उन्होंने कहा क् गलती करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. राज्य सरकारों से कहा गया है कि जहां नल है वहां जल होना चाहिए. पानी कहीं नहीं जाएगा. बाक़ी बिलावल क्या कहते हैं यह उनका प्रश्न है. उन्होंने कहा था कि पानी नहीं तो ख़ून बहेगा ऐसी गीदडभभकी से देश डरता नहीं है.
मोदी सरकार ने 11 सालों में बहुत काम किया
जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने कहा कि पिछले ग्यारह साल में पीएम मोदी के नेतृत्व में जो आर्थिक प्रगति हुई है वैसी पहले कभी नहीं हुई. मोदी सरकार ने महिलाओं, युवा, किसानों सभी सेक्टर के लिए काम किया. किसानों के लिए योजनाएं बनाीं जिससे पैसा सीधे उनके खाते में जमा होने लगा. महिलाओं को गैस कनेक्शन दिया, युवाओं को स्टार्ट अप के लिए मदद दी गई, नई शिक्षा नीति बनी, उद्योग जगत की ग्रोथ हुई, पहले किसानों को राशन के लिए लाइन में लगना पड़ता था लेकिन अब ऐसा नहीं है. भारत अब सुरक्षित हाथों में है.
पाकिस्तान को घुटने पर लाए
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय 57 बड़े हमले हुए लेकिन कभी पाकिस्तान का नाम तक लिया जाता था. लेकिन अब हमले का जवाब दिया गया. पहलगाम हमले का जवाब देकर पाकिस्तान को घुटने पर लाने का काम किया गया. हमारी सेना ने नागरिक इलाक़ पर हमला नहीं किया गया बल्कि सिर्फ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया. जिसके बाद सरकार पर देश के लोगों का विश्वास बढ़ा है.
नमामि गंगे से नदियों की हालत में सुधार
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से जल देने की योजना बनाई गई. जिससे 25 लाख महिलाओं का ढाई करोड़ घंटा समय बच गया. अब पानी की गुणवत्ता चेक की जाती है. नमामि गंगे से नदियों की हालत बदल रही है. आज नहाने जैसा पानी हो गया है जल्दी ये पानी पीने जैसा हो जाएगा. जन भागीदारी से जल संचयन किया जा रहा है. 31 मई तक ३२ लाख स्ट्रक्चर खड़े कर दिए गए.चीन और अमेरिका मिला कर जितना पानी जमीन से खींचते हैं उससे कहीं ज्यादा पानी हम खींचते हैं, इसके दुष्परिणाम हो रहे हैं.