UP Assembly Polls 2022: उत्तर प्रदेश (UP)में चुनावी बिगुल फूंका जा चुका है और इसकी शुरुआत राज्य में किसान आंदोलन का केंद्र रहे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होगी.मुज़फ़्फ़रनगर दंगों के बाद 2014, 2017 और 2019 के चुनावों ने बीजेपी ने यहां क्लीन स्वीप किया था लेकिन कहा जा रहा है कि किसान आंदोलन ने अब स्थिति को काफी बदल दिया है और किसानों की नाराजगी का बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. हालांकि केंद्रीय मंत्री और मुज़फ़्फ़रनगर के सांसद संजीव बालियान इससे इत्तेफाक नहीं रखते. NDTV से बातचीत में उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन खत्म हो चुका है और किसानों की बीजेपी से अब कोई नाराजगी नहीं हैं.
संजीव बालियान ने कहा कि किसान आंदोलन खत्म होने के बाद अब किसानों की नाराजगी भी नहीं रही. उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में हमने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 136 में 109 सीटें जीती थीं और हम अपना प्रदर्शन इस बार भी दोहराएंगे. उन्होंने कहा कि हम प्रचार में पलायन और मुज़फ़्फ़रनगर दंगों की याद दिला रहे हैं. बालियान ने दावा किया कि हमने (बीजेपी सरकार ने) पश्चिमी यूपी में क़ानून व्यवस्था सुधार दी है. किसान नेता राकेश टिकैत से संबंधित सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टिकैत ने साफ़ किया है कि वो किसी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं. गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सात चरणों में मतदान होगा. प्रथम चरण का मतदान 10 फरवरी, द्वितीय चरण-14 फरवरी, तृतीय चरण-20 फरवरी, चतुर्थ चरण-23 फरवरी, पांचवा चरण-27 फरवरी, छठा चरण-3 मार्च और सातवां चरण 7 मार्च को है. नतीजे 10 मार्च को आएंगे. राज्य में इस बार सत्तारूढ़ बीजेपी को अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से कड़ी चुनौती मिलने की संभावना जताई जा रही है.