'सब कंट्रोल में है', सियासी संकट से भरे संकेतों के बीच बोले शिवसेना सांसद संजय राउत

बता दें कि शिंदे सोमवार देर रात गुजरात के लिए रवाना हुए. पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के लिए दिल्ली में मौजूद हैं. क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस ने अपने विधायकों को दिल्ली तलब किया है.

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संजय राउत ने कहा- एकनाथ शिंदे का इस्तेमाल कर सरकार गिराने का प्रयास सफल नहीं होगा...
मुंबई:

महाराष्ट्र में राजनीति घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है, हालांकि शिवसेना का दावा है कि आज दिन खत्म होने से पहले ही संकट को खत्म कर लिया जाएगा.दरअसल, शिवसेना के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे 21 विधायकों के साथ सूरत के होटल में ठहरे हुए हैं. वे बीजेपी शासित राज्यों में पनाह ले रहे हैं.  शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे का इस्तेमाल कर राज्य सरकार को गिराने का प्रयास सफल नहीं होगा. शिंदे एक वफादार पार्टी कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने कई बार हमारे साथ आंदोलन में भाग लिया है. वह बाला साहब के सिपाही हैं." उन्होंने आगे दावा किया कि शिंदे के साथ संपर्क हो गया है.

उधर, सूरत के होटल में ठहरे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया है. उद्धव ठाकरे की सरकार के तीन घटक हैं- उनकी अपनी पार्टी, शरद पवार की पार्टी और कांग्रेस. इससे पूर्व विधान परिषद के चुनाव में शिवसेना और कांग्रेस के सदस्यों द्वारा क्रॉस वोटिंग ने बीजेपी को 10 में से पांच सीटें जीतने में सक्षम बनाया. क्रॉस वोटिंग से कुछ दिनों पहले राज्यसभा चुनावों के दौरान भी बीजेपी को उसकी संख्या से अधिक का परिणाम मिला था.

बता दें कि शिंदे सोमवार देर रात गुजरात के लिए रवाना हुए. पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के लिए दिल्ली में मौजूद हैं. क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस ने अपने विधायकों को दिल्ली तलब किया है.

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वहीं इस पूरे मामले पर महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि हमारी सभी विधायकों से बात हुई है. देख रहे हैं आगे क्या होगा. आज की स्थिति पर अभी बात करना ठीक नहीं. सीएम साहब से बात हुई है, स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. ऐसा नहीं कह सकते कि अघाड़ी सरकार खतरे में हैं. शरद पवार साहब से भी अभी कोई बात नहीं हुई है. सोमवार को क्रॉस वोटिंग हुई है, लेकिन हमारे विधायकों से बात हो रही है. 

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एकनाथ शिंदे के सफर की बात करें तो ऑटो रिक्शा चलाने से लेकर मंत्री बनने तक का सफर रहा है. वह ठाणे में पहले पार्षद बने फिर शिवसेना को ठाणे में मजबूत बनाया और बाद में चार बार विधायक भी बने. शिंदे शिवसेना को ठाणे और ग्रामीण महाराष्ट्र में मजबूत करने के लिए ज़िम्मेदार हैं.  वह सामान्य परिवार से आते हैं, बेटे को शिवसेना ने कल्याण से सांसद बनाया है. शिवसेना के कार्यक्रम को बनाने और उसे फाइनेंस करवाने की बड़ी जिम्मेदारी एकनाथ शिंदे के
पास रही है.

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