में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. सूत्रों के मुताबिक, अपराधियों ने अपनी बाइक के लिए '2611 नंबर की प्लेट प्राप्त' करने के लिए अलग से 5000 रुपये दिए थे. दरअसल, इस मामले में आतंकी एंगल आने के संकेत के बाद से पुलिस इस नंबर को उस तारीख से जोड़ रही है, जब मुंबई में सबसे भयानक आतंकवादी हमला हुआ था.
यह वही वाहन है, जिसमें दो हत्यारे गोस मोहम्मद और रियाज अख्तरी दर्जी कन्हैया लाल का गला रेत कर फरार हो गए थे. रजिस्ट्रेशन नंबर RJ 27 AS 2611 वाली यह बाइक उदयपुर के धन मंडी पुलिस स्टेशन में पड़ी है.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अपराधियों में से एक रियाज ने जानबूझकर '2611' नंबर मांगा और इस नंबर प्लेट के लिए ₹5,000 अतिरिक्त दिए. पुलिस इस बाइक नंबर के जरिए वारदात के असली कारणों के तह तक पहुंचना चाहती है. पुलिस सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि रियाज के पासपोर्ट से पता चलता है कि वह 2014 में नेपाल गया था.
बता दें कि उदयपुर हत्याकांड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था. वीडियो के अनुसार दोनों आरोपी धानमंडी थाना क्षेत्र स्थित टेलर की दुकान पर दोपहर के समय पहुंचे . इनमें से एक ने अपना नाम रियाज बताया है. उसने अपने आप को एक ग्राहक बताया और टेलर कन्हैयालाल ने उसका नाप लेना शुरू कर दिया. इस दौरान उसने टेलर पर हमला कर दिया, वहीं दूसरे आरोपी ने मोबाइल फोन से घटना का वीडियो बनाया.
वीडियो के अनुसार, जब टेलर नाप लेकर लिख रहा था उस दौरान रियाज ने अचानक धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए तथा बाद में एक और वीडियो में उन्होंने अपराध करने की पुष्टि की.
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