बॉलीवुड अभिनेत्री क्रिसन परेरा को संयुक्त अरब अमीरात की जेल से रिहा कर दिया गया है. उन्हें कथित तौर पर ड्रग्स मामले में फंसाए जाने के बाद इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था. अभिनेत्री ने जेल से बाहर आने के बाद एक नोट साझा किया है. उन्होंने लिखा है कि उसे जेल के अंदर अपने बालों को टाइड डिटर्जेंट से धोना पड़ता था. शौचालय के पानी से कॉफी बनानी पड़ती थी. परेरा ने नोट में अपने समर्थकों को धन्यवाद दिया है.साथ ही उन्होंने लिखा कि मैं इस गंदे खेल का बस मोहरा हूं.
अभिनेत्री क्रिसन परेरा ने लिखा है कि मुझे जेल में पेन और पेपर खोजने में 3 सप्ताह का समय लग गया. मैं अपने बालों को टाइड से धोने के लिए मजबूर थी. शौचालय के पानी से मुझे अपने लिए कॉफी बनानी पड़ती थी. मैं बॉलीवुड फिल्में देखती थी, कभी-कभी मेरी आंखों में आंसू आ जाते थे, यह जानकर कि मेरी महत्वाकांक्षा मुझे यहां लेकर आई थी और कभी-कभी मैं हमारी संस्कृति, संगीत और टीवी पर जाने-पहचाने चेहरों को देखकर खुश हो जाती थी. क्रिसन परेरा के भाई ने उनके जेल से बाहर आने को लेकर एक वीडियो किया है जिसमें उसकी मां प्रमिला परेरा कहती हैं, ''तुम आजाद हो. यह सुखद आश्चर्य है.''
मुंबई के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) लखमी गौतम ने पूरे मामले पर कहा है कि अभिनेत्री के 48 घंटे के भीतर भारत लौटने की उम्मीद है. परेरा को 1 अप्रैल को शारजाह हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था. मुंबई अपराध शाखा को बाद में पता चला कि एक कुत्ते को लेकर हुए झगड़े के बाद अभिनेत्री को एक बेकरी मालिक ने बदले की भावना से फंसाया था.
पुलिस ने बेकरी के मालिक एंथोनी पॉल और एक बैंक में सहायक महाप्रबंधक राजेश बोभाटे को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने क्रिसन परेरा को फंसाने में एंथनी की मदद की थी. शुरुआती जांच में सामने आया था कि कुत्ते को लेकर एंथनी की बहन का अभिनेत्री की मां से झगड़ा हुआ था. दोनों एक ही बिल्डिंग में रहते हैं. पुलिस को संदेह है कि इसी मुद्दे को लेकर अभिनेत्री को कथित तौर पर ड्रग म्यूल बनाया गया था.
एंथोनी ने कथित तौर पर राजेश के माध्यम से अभिनेत्री से संपर्क किया, जिसने खुद को प्रतिभा सलाहकार के रूप में पेश किया और उसे शारजाह में एक वेब सीरीज के ऑडिशन के बारे में बताया. पुलिस ने कहा कि उसने उसे एक ट्रॉफी ले जाने के लिए भी कहा, जिसमें उसने ड्रग्स छिपाई थी. उसे बताया गया कि स्मृति चिन्ह एक ऑडिशन प्रॉप था.
पुलिस ने कहा, "उसने गांजा और पोस्ता दाना छिपाकर ट्रॉफी दी, ताकि उसे वहां पकड़ा जा सके. उसके उतरने के बाद उसने शारजाह हवाईअड्डे पर फोन किया और अधिकारियों को बताया कि वह ड्रग्स ले रही थी." इन लोगों ने परेरा के ड्रग्स के साथ पकड़े जाने के बाद उनकी रिहाई के लिए उनके परिवार से 80 लाख रुपये की मांग की. पुलिस ने जांच रिपोर्ट विदेश मंत्रालय को भेजी थी. मंत्रालय ने इसके बाद यूएई सरकार और ड्रग्स इंफॉर्मेशन एजेंसी के साथ सूचना साझा की. पुलिस ने कहा कि एंथनी और राजेश ने इसी तरह कम से कम पांच लोगों को फंसाने की साजिश रची थी.