ब्रिटेन से भारत लौटे दो यात्री कोरोना संक्रमित (UK Passenger Corona Positive) पाए जाने के बाद दिल्ली में आइसोलेशन केंद्र से फरार हो गए और आंध्र और पंजाब स्थित अपने घरों तक पहुंच गए. सरकारी एजेंसियों ने बमुश्किल उन्हें खोज निकाला और फिर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के ब्रिटेन (Britain Corona Strain) से दूसरे देशों में फैलने की आशंका के बीच यात्रियों के इस कदम को बड़ा खतरा माना जा रहा है. केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को देखते हुए ब्रिटेन से आने-जाने वाली सभी उड़ानें (Flight Ban) 31 दिसंबर तक के लिए रद्द कर दी हैं. करीब 35 देशों ने ब्रिटिश उड़ानों पर रोक लगाई है.
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जानकारी के मुताबिक, 47 साल की एक महिला दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi airport) पर रैपिड एंटीजन टेस्ट ( Rapid Antigen Test) के दौरान सोमवार को पॉजिटिव पाई गई थी. जबकि 22 साल का उसका बेटा कोरोना निगेटिव आया. ब्रिटेन से प्रतिबंध के पहले आई उड़ानों से लौटे यात्रियों के परीक्षण के दौरान महिला पॉजिटिव पाई गई थी. महिला को सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और लक्षण न होने के कारण कथित तौर पर उसे होम आइसोलेशन (Home Isolation) में रहने की सलाह दी गई. हालांकि महिला एपी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन के जरिये बेटे समेत दिल्ली से राजमुंदरी बुधवार रात पहुंच गई.
रेलवे पुलिस और स्वास्थ्य कर्मी उन्हें रेलवे स्टेशन से सीधे अस्पताल ले गए. जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी केवीएस गौरीश्वरा ने कहा कि हमने मां और बेटे का रैपिड एंटीजन के साथ आरटीपीसीआऱ टेस्ट (RTPCR Test) कराया है. उनके सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भी भेजे गए हैं, ताकि यह जांच हो सके कि वे कोरोना के नए स्ट्रेन से तो संक्रमित नहीं हैं. बेटे का कोरोना टेस्ट दोबारा निगेटिव आया है. लेकिन दोनों में वायरस के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं.
पेशे से शिक्षक महिला ने कथित तौर पर अधिकारियों को बताया है कि उसमें वायरस के कोई लक्षण नहीं थे और उसने स्वयं घर जाने का निर्णय किया. आंध्र सरकार का कहना है कि महिला एसी फर्स्ट क्लास में सफर कर रही थी औऱ ट्रेन में किसी अन्य के संपर्क में नहीं आई. दूसरे मामले में कोविड पॉजिटिव पाया गया शख्स पंजाब के लुधियाना (Ludhiyana) शहर में अपने घर पहुंच गया. लुधियाना के एक वरिष्ठ अधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि युवक खुद लुधियाना के एक अस्पताल में भर्ती हो गया था, लेकिन उसे वापस दिल्ली भेज दिया गया