असम (Assam) के जोरहाट में ब्रह्मपुत्र नदी में निमती घाट के पास बुधवार को एक बड़ी नौका दूसरी स्टीमर नौका से टकरा कर गई, जिसमें कम से कम नौका में सवार 90 लोग पलट गए.सरकारी सूत्रों के मुताबिक- इनमेंसे 87 लोगों को बचा लिया गया है. एक की मौत हो गई है और दो लोगों की तलाश जारी है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का तलाशी अभियान सुबह 6 बजे तक जारी रहा. तीन घंटे के ब्रेक के बाद सुबह 6 बजे फिर तलाशी अभियान शुरू किया गया. निमती घाट में थल सेना और वायुसेना भी बचाव कार्यों में मदद कर रही. ड्यूटी में लापरवाही के लिए आईडब्ल्यूटी विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. असम के सीएम आज घटनास्थल पर पहुंचेंगे.
अधिकारियों ने बताया कि टक्कर तब हुई जब निजी नौका ''मा कमला'' निमती घाट से माजुली की ओर जा रही थी और सरकारी स्वामित्व वाली नौका ''त्रिपकाई'' माजुली से आ रही थी. आईडब्ल्यूटी विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि नौका पलटकर डूब गई.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने ''पीटीआई-भाषा'' को बताया कि नौका से बचाई गई एक महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा, ''हमें करीब 15-20 लोगों के लापता होने की खबर मिली है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें सेना और गोताखोरों के सहयोग से बचाव अभियान चला रही हैं.''
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को फोन कर दुर्घटना और बचाव अभियान और बचाए गए लोगों की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की. सरमा ने ट्वीट किया कि उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर संभव मदद देने के लिए तैयार है. उनका आभारी हूं. सरमा ने दुर्घटना पर चिंता व्यक्त की और माजुली व जोरहाट के जिला प्रशासन को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ''तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. इनमें डिब्रूगढ़ डिवीजन में आईडब्ल्यूटी के प्रभारी कार्यकारी अभियंता बिक्रमादित्य चौधरी, जोरहाट उप-मंडल में आईडब्ल्यूटी के प्रभारी सहायक कार्यकारी अभियंता मुकुट गोगोई और जोरहाट उप-मंडल में आईडब्ल्यूटी के कनिष्ठ अभियंता रतुल तमुली शामिल हैं.''