ट्विटर द्वारा देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पर्सनल ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटाने का मामला सुर्खियों में छाया हुआ है. मामले में बवाल बढ़ता देख ट्विटर ने अब फिर वेंकैया नायडू के पर्सनल आकाउंट पर ब्लू टिक लगा दिया है. मतबल अब नायडू का अकाउंट ट्विटर वेरीफाइड है. इस मामले में ट्विटर ने कहा है कि लंबे समय से अकाउंट को लॉग इन नहीं किए जाने के कारण ऐसा हुआ है. ट्विटर के इस कदम पर सूचना प्रसारण मंत्रालय ने नाराजगी व्यक्त की है. मंत्रालय ने कहा है कि इसपर ट्विटर से कड़ाई से निपटा जाएगा. इससे पहले भी ट्विटर और केंद्र सरकार में टकराव की स्थिति बनी थी. अब यह मामला ट्विटर के लिए भारत में मुश्किल खड़ा कर सकता है.
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वेंकैया नायडू के ट्विटर एकाउंट से वेरिफिकेशन हटाने से नाराज आईटी मंत्रालय ने कहा कि ये ट्विटर की गलत मंशा है कि देश के नंबर 2 अथॉरिटी के साथ ये सलूक किया गया. उपराष्ट्रपति राजनीति से ऊपर हैं. वे संवैधानिक पद पर हैं. क्या ट्विटर अमेरिका के संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार कर सकता है? ट्विटर ये देखना चाहता है कि भारत किस हद तक सब्र करता है.
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ट्विटर की दलील गलत
वेंकैया नायडू के ट्विटर एकाउंट से वेरिफिकेशन हटाने पर कंपनी ने कहा कि छह महीने से अकाउंट इनऐक्टिव था. छह महीने से अकाउंट लॉगइन नहीं हुआ था, इसलिए ब्लू टिक हटा दिया गया था. लेकिन ट्विटर की यह छह महीने वाली दलील खोखली प्रतीत होती है. क्योंकि ने ट्विटर ने अरुण जेटली और सुषमा स्वराज के निधन के बाद भी उनके अकाउंट से ब्लू टिक नहीं हटाया है. आईटी मंत्रालय ने कहा कि सरकार ट्विटर के इस कदम पर कड़ाई से निबटेगी.