वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार हमला बोल रही हैं. तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि इस बजट की थीम 'भारत को बेचना' है. तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन (Derek O'Brien) ने कहा कि भारत का पहला कागज रहित बजट (Paperless Budget) शत-प्रतिशत दृष्टि रहित भी है, इस ‘फर्जी बजट' का विषय ‘भारत को बेचना' है. हालांकि, सरकार और बीजेपी के नेताओं को आज पेश बजट को आत्मनिर्भर भारत का बजट बताया.
ब्रायन ने अपने ट्वीट में लिखा, "भारत का पहला कागज रहित बजट (Paperless Budget) शत-प्रतिशत दृष्टि रहित भी है, इस ‘फर्जी बजट' का विषय ‘भारत को बेचना' है! रेलवे: बिका, एयरपोर्ट : बिक गया, बंदरगाह : बेचा, बीमा : बेचा, सार्वजनिक कंपनियां : 23 बिकीं! आम आदमी नजरअंदाज. किसान नजरअंदाज. अमीर.. और अमीर. मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं. गरीब... और गरीब."
पेट्रोल और डीजल पर सेस बढ़ाने को लेकर टीएमसी नेता ने अपने ट्वीट में लिखा, "संघीय व्यवस्था पर एक और लूट. राज्यों के राजस्व की लूट."
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को बजट पेश किया और विनिवेश को लेकर बड़ा लक्ष्य रखा. एक बड़ी अहम घोषणा यह रही कि सरकार ने 2021-22 में बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की घोषणा की है. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से वित्त वर्ष 2021-22 में 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा गया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि चार रणनीतिक क्षेत्रों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों की सरकारी कंपनियों का विनिवेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष में आईडीबीआई बैंक, बीपीसीएल, शिपिंग कॉरपोरेशन, नीलाचल इस्पात निगम लि. और अन्य कंपनियों का विनिवेश किया जाएगा.