राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 98वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था और यह दिन सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा,‘‘अटल जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि. भारत के लिए उनका योगदान अमिट है. उनका नेतृत्व और दृष्टिकोण लाखों लोगों को प्रेरित करता है.'' प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली में स्थित वाजपेयी के समाधि स्थल ‘सदैव अटल' जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
मोदी ने इस साल अपने हालिया ‘मन की बात' रेडियो कार्यक्रम में भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री को एक महान राजनेता बताया था, जिन्होंने देश को एक असाधारण नेतृत्व दिया.
राष्ट्रपति मुर्मू भी वाजपेयी के समाधि स्थल पर गईं. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पर एक फोटो प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया. वह यहां डॉ आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में भजन संध्या में भी शामिल हुईं.
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने दिवंगत नेता को ‘सदैव अटल' जाकर श्रद्धांजलि दी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व प्रधानमंत्री को एक ऐसे नेता के रूप में याद किया, जिनके तहत देश ने बुनियादी ढांचा और परमाणु ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति हासिल की. इससे पहले, बिरला ने मोदी और अन्य गणमान्य लोगों के साथ संसद के सेंट्रल हॉल में वाजपेयी की तस्वीर पर पुष्पांजलि भी अर्पित की.
इनके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित कई केंद्रीय मंत्रियों व गणमान्य हस्तियों ने भी ‘‘भारत रत्न'' वाजपेयी को पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर एक प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया, जिसमें भजन गायक अनूप जलोटा ने भजन गाए.
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘हम सबके प्रेरणास्रोत एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटलजी की जयंती पर मैं उन्हें नमन करता हूं. उन्होंने भारत में विकास एवं सुशासन का नया अध्याय लिखा और विश्व मंच पर देश को एक नई पहचान दिलाई. वे दूरद्रष्टा ही नहीं एक युगद्रष्टा भी थे. राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान अविस्मरणीय है.''
अमित शाह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारतीय राजनीति के शिखर स्तंभ अटल जी का जीवन देश को पुनः परम वैभव पर ले जाने में समर्पित रहा. उन्होंने विकास व सुशासन के नए युग की नींव रख अपने नेतृत्व से दुनिया को भारत के सामर्थ्य से परिचित कराया और जनता में राष्ट्रगौरव का भाव जगाया. आज अटल जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन.''
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने कहा, ‘‘भारतीय राजनीति के युगपुरुष, पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर नमन. राष्ट्र को समर्पित आपका जीवन सदैव हमारी प्रेरणा है.''
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के शिवराज सिंह चौहान और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी.
वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक थे. वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने. उनका पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिनों का था. इसके बाद, वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बने और 13 महीने तक इस पद पर रहे थे. वर्ष 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने. वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया.
इस बीच, मध्य प्रदेश सरकार ने वाजपेयी के जन्म स्थान ग्वालियर में उनका एक स्मारक बनाने के लिए 4,050 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.