दिल्ली में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है तो नदी इससे कैसे अछूती रह सकती है. युमना (Yamuna) भी लगातार दूषित होती जा रही है, जिसका एक उदाहरण आज फिर देखने को मिला. यमुना में आज फिर सफेद जहरीला झाग दिख रहा था. सफेद चादर की तरह बिछा ये झाग ऐसा लग रहा था जैसे किसी बर्फीले स्थान की फोटो हो, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है. फैक्टरियों और सीवरों से लगातार यमुना में गंदा पानी और कूड़ा फेंका जा रहा है और बात हमेशा यही की जाती है कि यमुना साफ हो रही है. यमुना की ऐसी तस्वीर पहली बार नहीं है.
सोशल मीडिया पर भी इन तस्वीरों पर जमकर कमेंट्स आ रहे हैं. एक यूजर न लिखा कि सर्दियों में हमेशा ही ऐसा होता है. ये देखने के बाद किसे 5 स्टार होटल में बबल बाथ की जरूरत होगी. एक ने इसे फोटोशूट के लिए आदर्श जगह तक बता दिया. एक ने केजरीवाल सरकार पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि अरे आप ने तो इसे सच में थेम्स नदी बना दिया. एक ने लिखा - हे भगवान दिल्ली ऐसे बनेगी लंदन. एक ने लिखा ये तो लंदन वाली दिल्ली है.
बता दें कि पिछले महीने ही यमुना नदी के प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की थी और हरियाणा सरकार से भी जवाब मांगा था. कोर्ट मित्र मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि 18 जनवरी को वॉटर क़्वालिटी लेवल अच्छा था, अमोनिया का लेवल भी कंट्रोल में है. अगर इसको कंट्रोल किया गया तो यह और बेहतर हो सकता है. मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि NGT ने यमुना नदी के लिए एक मॉनिटरिंग कमेटी बनाई है, उसकी रिपोर्ट को कोर्ट को देखना चाहिए.
हरियाणा के वकील श्याम दीवान ने दिल्ली जल बोर्ड की याचिका का विरोध किया था. श्याम दीवान ने कहा था कि यमुना को लेकर प्रोब्लम दिल्ली के भीतर हैं, हरियाणा से नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी प्रदूषण नहीं चाहता है. हरियाणा को ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे समस्या की जड़ हरियाणा ही है.