Toolkit Case:हरियाणा के मंत्री (Haryana government's minister) अनिल विज (Anil vij) की ओर से किए गए एक ट्वीट, जिसमें उन्होंने कहा था ''देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो...समूल नाश होना चाहिए'', की जांच हो रही है और यह ऑनलाइन के अत्यधिक कठोर टिप्पणी के नियम (Extreme speech online) के अंतर्गत हटाने योग्य नहीं है. ट्विटर की ओर से सोमवार दोपहर को यह बात कही गई.. कुछ घंटे पहले ट्विटर ने विज को नोटिस जारी किया था जिसमें कहा गया था कि जर्मनी के एक यूजर की शिकायत पर उसने इस इस ट्वीट को डीलिट कर दिया है. यह शिकायत जर्मनी के नेटवर्क एनफोर्समेंट एक्ट (Germany's Network Enforcement Act) के अंतर्गत थी जिसमें कहा गया है कि सोशल नेटवर्क प्रोवाइडरों को एक समयसीमा के अंतर्गत नियम विरुद्ध ट्वीट को डिलीट करना होगा.हालांकि इसके बाद से हरियाणा के मंत्री विज के इस ट्वीट को बहाल कर दिया गया है जिसमें कहा गया है, 'देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए फिर चाहे वह #दिशा_रवि हो यां कोई और.'
विज की ओर से शेयर किए गए स्क्रीन शॉट में ट्विटर का यह मैसेज था, 'जर्मन कानून के तहत ट्विटर को उस यूजर को नोटिस जारी करना जरूरी था जिसकी शिकायत जर्मनी से नेटवर्क एनफोर्समेंट एक्ट के तहत की गई थी. हमने रिपोर्ट किए गए कंटेट की जांच की है और पाया है कि ट्विटा के नियमों के अनुसार, यह हटाने लायक नहीं है.' दिशा रवि को सोशल मीडिया पर किसानों के प्रदर्शन से संबंधित ''टूलकिट'' कथित रूप से साझा करने को लेकर बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि 21 वर्षीय दिशा ''टूलकिट गूगल डॉक'' की संपादक हैं और दस्तावेज बनाने और उसका प्रसार करने वाली ''मुख्य साजिशकर्ता'' हैं.
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पर्यावरण कार्यकर्ता और नोबेल अवार्ड विजेता ग्रेटा थनबर्ग ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए एक ''टूल किट '' साझा की थी. इस ''टूल किट '' में विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी गई थी जिनमें ट्विटर पर विरोध करना, भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करना शामिल हैं.
टूलकिट केस में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को बेंगलुरु से 22 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया गया था. इसी क्रम में लॉयर एक्टिविस्ट निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती अरेस्ट वारंट जारी किया गया है. उन्हें रविवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें पुलिस के पांच दिन की रिमांड में भेजा गया है. (भाषा से भी इनपुट)