दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश राज्य में कुल 25 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है तिरुपति संसदीय सीट, यानी Tirupati Parliamentary Constituency, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1650453 मतदाता थे. उस चुनाव में YSRCP प्रत्याशी बल्ली दुर्गाप्रसाद राव को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 722877 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में बल्ली दुर्गाप्रसाद राव को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 43.8 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 54.91 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर TDP प्रत्याशी पनाबका लक्ष्मी दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 494501 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 29.96 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 37.56 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 228376 रहा था.
इससे पहले, तिरुपति लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1574161 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में YSRCP पार्टी के प्रत्याशी वाराप्रसाद राव वेलागपल्ली ने कुल 580376 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 36.87 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 47.79 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे BJP पार्टी के उम्मीदवार करुमंची जयराम, जिन्हें 542951 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 34.5 प्रतिशत था और कुल वोटों का 44.71 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 37425 रहा था.
उससे भी पहले, आंध्र प्रदेश राज्य की तिरुपति संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1464896 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से INC उम्मीदवार चिंता मोहन ने 428403 वोट पाकर जीत हासिल की थी. चिंता मोहन को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 29.24 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 40.36 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर TDP पार्टी के उम्मीदवार वरला रमैया रहे थे, जिन्हें 409127 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 27.93 प्रतिशत था और कुल वोटों का 38.54 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 19276 रहा था.