ओलंपिक पदक विजेता भारतीय पहलवान साक्षी मलिक को ‘टाइम' पत्रिका ने 2024 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया है. कुश्ती में भारत की एकमात्र महिला ओलंपिक पदक विजेता साक्षी को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ उनकी लड़ाई के लिए इस सूची में जगह दी गयी है.
सूची में अन्य भारतीयों में अभिनेत्री आलिया भट्ट, इंडो-ब्रिटिश अभिनेता देव पटेल और माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्या नडेला शामिल हैं. साक्षी ने दो बार की विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता विनेश फोगाट और तोक्यो ओलंपिक के कांस्य विजेता बजरंग पूनिया के साथ यहां जंतर-मंतर पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. इन्होंने देश की महिला पहलवानों को डराने धमकाने और कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी.
विरोध प्रदर्शन पिछले साल जनवरी में शुरू हुआ. इसके बाद सिंह के खिलाफ यह लड़ाई एक साल तक चली. सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था. लेकिन वह आरोपों से इनकार करते रहे हैं. साक्षी ने उस आंदोलन के बारे में कहा, ‘‘यह लड़ाई अब सिर्फ भारत की महिला पहलवानों के लिए नहीं है. यह भारत की बेटियों के लिए है जिनकी आवाज़ बार बार दबा दी गई. ''
सिंह के पद छोड़ने के कुछ ही समय बाद उनके करीबी सहयोगी और व्यवसायिक साझीदार संजय सिंह को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष चुना गया. संजय सिंह ने जिस दिन डब्ल्यूएफआई की कमान संभाली, उसी दिन साक्षी ने कुश्ती से संन्यास लेने का फैसला कर लिया.
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