केंद्र सरकार ने मंगलवार को संसद में बताया कि 30 नवंबर तक देश में कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 123.25 करोड़ डोज दी गई हैं. इस दौरान वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव के कुल 49,819 मामले सामने आए, जो कि टीकाकरण कार्यक्रम के तहत दी गई खुराकों का 0.004% हैं. राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा कि प्रतिकूल प्रभाव वाले 49,819 मामलों में से 47, 691 छोटे, 163 तीव्र तथा 1965 गंभीर मामले थे.
भारती प्रवीण पवार ने कहा कि, ‘‘कोविड-19 टीकों के उपयोग के पश्चात कुल मौतों तथा अस्पताल में भर्ती के 946 (0.00008प्रतिशत) मामले थे. 89 मौतों का कैजुअल्टी मूल्यांकन पूर्ण हो चुका है.'' उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव एक अवांछित चिकित्सा घटना है, जो टीकाकरण के बाद होती है तथा जिसका अनिवार्य रूप से टीके के साथ सामान्यत: संबंध नहीं होता है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह मामले प्रतिकूल प्रभाव से संबंधित निगरानी प्रणाली के माध्यम से सूचित किए जाते हैं. जांच तथा कैजुअल्टी का मूल्यांकन करना प्रभाव का संबंध स्थापित करता है.'' उन्होंने कहा कि 30 नवंबर 2021 की स्थिति के अनुसार कोविड-19 टीकों की कुल 123.25 करोड़ खुराक दी गई है तथा टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव के 49,819 मामलों की सूचना मिली है.
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