दक्षिण भारत के केरल राज्य में कुल 20 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है त्रिशूर संसदीय सीट, यानी Thrissur Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1337110 मतदाता थे. उस चुनाव में INC प्रत्याशी टीएन प्रथापन को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 415089 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में टीएन प्रथापन को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 31.04 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 39.83 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर CPI प्रत्याशी राजाजी मैथ्यू थॉमस दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 321456 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 24.04 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 30.85 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 93633 रहा था.
इससे पहले, त्रिशूर लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1275288 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में CPI पार्टी के प्रत्याशी सीएन जयदेवन ने कुल 389209 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 30.53 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 42.27 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे INC पार्टी के उम्मीदवार केपी धनापालन, जिन्हें 350982 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 27.53 प्रतिशत था और कुल वोटों का 38.12 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 38227 रहा था.
उससे भी पहले, केरल राज्य की त्रिशूर संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1174161 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से INC उम्मीदवार पीसी चाको ने 385297 वोट पाकर जीत हासिल की थी. पीसी चाको को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 32.81 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 47.23 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर CPI पार्टी के उम्मीदवार सीएन जयादेवन रहे थे, जिन्हें 360146 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 30.67 प्रतिशत था और कुल वोटों का 44.14 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 25151 रहा था.