दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 3 महिलाएं सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर आरोप है कि ये लोगों से नौकरी के नाम पर मोटी रकम ठगते थे. पुलिस के अनुसार, ये गिरोह रोज 500 लोगों को कॉल करता था और उन्हें नौकरी का दिलासा देता था. नौकरी के नाम पर लोग इनके ऑफिस आ जाते थे, जहां ये गिरोह इनसे पैसे ऐंठता था और फिर ऑफिस और मोबाइल बंद करके ठिकाना बदल लेता था. अब तक इस गिरोह ने 80 हज़ार लोगों को कॉल किया है.
रोज 500 कॉल करता था गिरोह
पुलिस के मुताबिक, ये लोग अपने ऑफिस से हर रोज करीब 500 लोगों को कॉल करते थे और बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी लगवाने का वादा करते थे. बकायदा इन्होंने नेहरु प्लेस में डिजी रिक्रूटर नाम से एक ऑफिस भी खोल रखा था. इस गिरोह के लोग यहीं से कॉल करते थे और सीधे-साधे लोगों को अपना निशाना बनाते थे.
पैसे लेकर भाग जाता था गिरोह
आर्थिक अपराध शाखा के डीसीपी अन्येश राय के मुताबिक कुछ दिन पहले उन्हें 29 लोगों ने शिकायत दी शिकायत में कहा गया कि उनको कुछ महीने पहले अचानक से फोन आया, फोन करने वालों ने कहा कि वह उनकी नौकरी दिल्ली मेट्रो या अमेजॉन में लगवा देंगे. इसके बाद इनमें से कुछ लोग नेहरू प्लेस गए जहां पर डिजी रिक्रूटर नाम से एक ऑफिस था यह एक तरह की प्लेसमेंट एजेंसी थी जहां से ठगी करने वाले लोगों को कॉल करते थे. उन्होंने कहा कि यहां पर नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से पैसे लिए गए और उसके बाद आरोपी अपना दफ्तर बंद कर भाग गए.
नेहरु प्लेस में था ऑफिस
नेहरू प्लेस में यह प्लेसमेंट एजेंसी 2023 की शुरुआत में खोली गई और दो-तीन महीने बाद बंद कर दी गई. पुलिस ने इस मामले में जांच की तकनीकी जांच के बाद चार आरोपियों योगिता, हेमलता निकिता और असद शामिल हैं. उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया आरोपियों ने फिलहाल दिल्ली के कौशांबी इलाके में अपनी प्लेसमेंट एजेंसी खोली हुई थी.
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि यह लोग हर रोज करीब 500 लोगों को कॉल करते थे और उनको नौकरी का झांसा देते थे. उसके बाद यह तमाम लोगों को इंटरव्यू के लिए बुलाते थे और नौकरी के नाम पर पैसे लेते थे. बाद मेंअपना मोबाइल बंद कर देते थे. पुलिस ने जानकारी दी कि अब तक इन्होंने 80 हज़ार लोगों को कॉल किया है. इन्होंने ऑनलाइन जॉब पॉर्टल के जरिए लोगों के नंबर लिए हैं. फिलहाल पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है.