प्रतापगढ़ (Pratapgarh) के बीजेपी विधायक ने शहर के एक वरिष्ठ पुलिस अफसर पर हमला करने का आरोप लगाया है. आगामी पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट को लेकर बहस के बाद बीजेपी विधायक धीरज ओझा ( BJP MLA Dhiraj Ojha) ने ये आरोप लगाए. नाटकीय घटनाक्रम में ओझा को जिलाधिकारी कार्यालय से फटा कुर्ता पहने बार आते देखा गया. उन्होंने कैमरे के सामने जिले के नए एसपी आकाश तोमर पर हमला करने का आरोप लगाया. बीजेपी विधायक यह कहते हुए विरोध में सड़क पर लेट गए कि विधायक को कप्तान ने मारा है.
ओझा ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया, लेकिन एसपी उन्हें पिटवाना चाहते थे. वह बेहद खतरनाक व्यक्ति हैं और वे मुझे मरवा देंगे. आईपीएस अफसर आकाश तोमर (IPS officer Akash Tomar) ने ऐसे इल्जाम को बिल्कुल गलत बताया. IPS अफसर ने कहा, बीजेपी एमएलए ने उन पर गलत इल्जाम लगाए हैं, जब उन्होंने डीएम ऑफिस में उनसे दुर्व्यवहार न करने को कहा था. उसी वक्त की एक अन्य मोबाइल क्लिप में देखा गया कि तोमर डीएम ऑफिस से बाहर निकल रहे हैं. फिर विधायक और उनके समर्थक उनके पीछे आते हैं. इसके बाद अफसर और विधायक के बीच कहासुनी होती है.
आईपीएस ने इसमें कहा कि फालतू की बात मत करिए. जिस पर ओझा ने जवाब दिया कि वो बकवास नहीं कर रहे हैं. जब तोमर गाड़ी में बैठ रहे थे तो विधायक ने चिल्लाते हुए कहा, क्या तुम मुझे गोली मारोगे, उनके समर्थक भी यही दोहराते देखे गए. लेकिन इनमें से किसी भी वीडियो ( social media viral) क्लिप में अफसर को धमकी देते या विधायक से दुर्व्यवहार करते नहीं देखा गया. विधायक ने बाद में कहा कि मतदाता सूची में अनियमितताएं हैं. लेकिन प्रशासन क्यों नहीं चाहता कि वास्तविक मतदाता इस लिस्ट से जुड़ें.
आईपीएस तोमर ने एक बयान जारी कर कहा, एमएलए धीरज ओझा प्रतापगढ़ डीएम आवास पर धरने पर बैठे थे. जब उनसे दुर्व्यवहार न करने को कहा गया तो झूठे आरोप लगाने लगे. डीएम भी उस वक्त मौके पर मौजूद थे. पुलिस का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है.