राष्ट्रीय राजधानी के पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंजिला इमारत में आग लगने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई. वहीं 12 अन्य झुलस गए. पुलिस सूत्रों ने बताया कि आग इमारत की पहली मंजिल से लगनी शुरू हुई, राजधानी में इससे पहले भी कई ऐसी ही घटनाएं घट चुकी है. जिनमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. यहां जानिए पिछले कुछ सालों में आग की वजह से दिल्ली में कौन-कौन से बड़े हादसे घटे हैं.
करोलबाग स्थित होटल अर्पित पैलेस अग्निकांड
साल 2019 में दिल्ली के करोलबाग स्थित होटल अर्पित पैलेस में खतरनाक आग लग गई थी. इस घटना में 17 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी. लोग होटल में सो ही रहे थे तो शॉर्ट सर्किट से आग लगी और फैलती चली गई. शुरुआत में तो आग दूसरे फ्लोर पर थी, लेकिन उसके बाद तीसरे और चौथे फ्लोर पर भी आग फैली. शुरुआती जांच में होटल की लापरवाही की बात सामने आई थी.
बवाना पटाखा फैक्ट्री में आग की घटना
बवाना में पटाखा बनाने वाले कारखाने में 20 जनवरी 2018 को आग लग गई थी. जिसमें 17 लोगों की मौत हुई. दिल्ली हाईकोर्ट ने पटाखों के निर्माण में लगे एक फैक्ट्री मालिक को निर्देश दिया था कि वह यहां बवाना में 2018 में प्रतिष्ठान में आग लगने की घटना में जान गंवाने वाले व्यक्तियों के परिवारों के मुआवजे के रूप में प्राधिकारियों के पास 34 लाख रुपये कराने को कहा था.
नंदनगरी आग हादसा
साल 2011 में 20 नवंबर के दिन नंद नगरी इलाके में एक कार्यक्रम के दौरान आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई थी. जिस वक्त यहां आग लगी उस दौरान एक कार्यक्रम चल रहा था. घटना में कई लोगों मौत हो गई थी जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
उपहार सिनेमा अग्निकांड
साउथ दिल्ली के ग्रीन पार्क स्थित उपहार सिनेमा 13 जून 1997 के दिन में बॉर्डर फिल्म के शो के दौरान आग लग गई थी. इस घटना में 59 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं हादसे में सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. इस अग्निकांड ने हर किसी को झकझोर कर दिया था. बाद में जांच में सामने आया कि सिनेमाघर में सुरक्षा के सही बंदोबस्त नहीं किए गए थे. जिस वजह से ये हादसा घटा.
VIDEO: दिल्ली के मुंडका में आग लगने से 27 लोगों की मौत, कई लोग अब भी लापता