वैश्विक रेटिंग एजेंसियों ने अनुमान लगाया है कि दुनिया के ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्थाएं 2022 के पहले पटरी पर नहीं लौटेंगी. वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने गुरुवार को यह आकलन जारी किया.
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने गुरुवार को कहा कि कोरोना के कारण साख में आ रही गिरावट थोड़े समय ही होगी. लेकिन आर्थिक गतिविधियों की बात करें तो अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं 2022 तक महामारी से पहले के स्तर पर नहीं पहुंच पाएंगी.विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले साल 11 मार्च को कोरोना को महामारी घोषित किया था. इसके बाद से पूरे साल के दौरान महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को झटका दिया है.. ऋण में गिरावट और भुगतान में चूक बढ़ी है.
मूडीज ने कोरोना वायरस पर एक वैश्विक रिपोर्ट में कहा कि महामारी से उत्पन्न होने वाली ऋण साख चुनौतियां काफी हद तक हैं, लेकिन इसके अल्पकालिक रहने की संभावना है. जोखिम पर्यटन, उड्डयन जैसे उन क्षेत्रों के लिये अधिक है, जिनकी सामान्य गतिविधियों पर भी पाबंदियां लगी हुई हैं.
मूडीज ने कहा कि 2022 तक अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं महामारी से पहले की गतिविधि के स्तर पर वापस नहीं आ सकेंगी. मूडीज के मुताबिक, धीमी वैश्विक गतिविधियों और अनिश्चितता का माहौल कुछ वक्त तक बना रह सकता है. महामारी के नरम होने के बाद नीतिगत कदमों से आर्थिक गतिविधियों और वित्तीय बाजारों का समर्थन जारी रहेगा.
मूडीज ने कहा कि सरकारें लंबे समय तक आर्थिक गतिविधियों का समर्थन करते रहेंगी, मूडीज का अनुमान है कि इस वर्ष महामारी की व्यापकता और संक्रमण की संख्या धीरे-धीरे कम होगी, क्योंकि टीकाकरण में वृद्धि हो रही है. यह सरकारों को धीरे-धीरे लॉकडाउन से जुड़ी बंदिशों को कम करने की सुविधा देगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)