ठाणे फायरिंग मामला: अदालत ने भाजपा विधायक को 14 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा

विपक्ष ने CM एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की. वहीं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि उन्होंने यह पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं कि विधायक ने किस कारण से और किन परिस्थितियों में गोली चलाई. 

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विधायक ने पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर शिवसेना नेता पर गोलियां चलाई थीं. 
ठाणे:

ठाणे जिले की एक अदालत ने एक पुलिस थाने के भीतर शिवसेना के एक स्थानीय नेता पर गोली चलाने के आरोप में गिरफ्तार भाजपा विधायक गणपत गायकवाड (Ganpat Gaikwad) को शनिवार को 14 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. गायकवाड और दो अन्य को शाम को उल्हासनगर में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एफसीजेएम ए ए निकम ने तीनों को 14 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने बताया कि विधायक ने शुक्रवार रात उल्हासनगर इलाके में हिल लाइन पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की कल्याण इकाई के प्रमुख महेश गायकवाड पर गोलियां चलाई थीं. शिवसेना नेता को कई गोलियां लगीं हैं और उनकी हालत नाजुक है.

इसके बाद विपक्ष ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की. उपमुख्यमंत्री एवं राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि उन्होंने यह पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं कि विधायक ने किस कारण से और किन परिस्थितियों में गोली चलाई. 

गणपत गायकवाड ने अपनी गिरफ्तारी से पहले समाचार चैनल ‘जी 24 तास' से फोन पर कहा कि उनके बेटे को पुलिस थाने में पीटा जा रहा था इसलिए उन्होंने गोली चलाई. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में ‘‘अपराधियों का साम्राज्य'' स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. 

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उल्हासनगर कल्याण संसदीय क्षेत्र में आता है, जिसका प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे करते हैं. भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हैं. 

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महेश गायकवाड को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें ठाणे शहर के एक निजी चिकित्सा केंद्र ले जाया गया. अस्पताल ने कहा कि महेश गायकवाड की आपातकालीन जीवन रक्षक सर्जरी की गई और वह वेंटिलेटर पर हैं. अस्पताल ने बताया कि महेश गायकवाड की हालत 'वर्तमान में नाजुक' है. चिकित्सकों का एक दल उनकी निगरानी कर रहा है. 

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अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे के मुताबिक, गणपत गायकवाड का बेटा जमीन संबंधी विवाद के सिलसिले में शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने आया था, तभी महेश गायकवाड अपने लोगों के साथ वहां पहुंचे. बाद में गणपत गायकवाड भी थाने पहुंचे.

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अधिकारी ने बताया कि विधायक और शिवसेना नेता के बीच झगड़े के दौरान गणपत गायकवाड ने वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर महेश गायकवाड पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं, जिससे वह और उनका सहयोगी राहुल पाटिल घायल हो गए. गणपत गायकवाड ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘हां, मैंने खुद (उन्हें) गोली मारी. मुझे कोई पछतावा नहीं है. यदि मेरे बेटे को पुलिस थाने के अंदर पुलिस के सामने पीटा जा रहा है, तो मैं क्या करूंगा.''

भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ‘‘महाराष्ट्र में अपराधियों का साम्राज्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं.''

पुलिस ने गणपत गायकवाड के अलावा दो अन्य व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने बताया कि इन सभी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 307 और 120बी सहित अन्य धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है.

उन्होंने अपने कदम को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया और कहा, ‘‘यदि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं, तो महाराष्ट्र में केवल अपराधी पैदा होंगे. उन्होंने आज मेरे जैसे अच्छे मनुष्य को अपराधी बना दिया.''

भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री के बेटे एवं कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे पर बोर्ड लगाकर उनके द्वारा किए गए काम का श्रेय लेने का आरोप लगाया. 

उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. एकनाथ शिंदे ने उस भ्रष्टाचार में कितना पैसा कमाया, शिंदे को बताना चाहिए.''

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने वरिष्ठों को कई बार बताया था कि ये लोग मेरे नेताओं के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं.''

गणपत गायकवाड़ ने गोलीबारी की वजह बने जमीन विवाद के बारे में कहा कि उन्होंने 10 साल पहले एक भूखंड खरीदा था. उन्होंने कहा कि कुछ कानूनी मसले थे लेकिन उन्होंने अदालत में मामला जीत लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि महेश गायकवाड ने हालांकि जमीन पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया.

मुझे कतई पछतावा नहीं है : गणपत गायकवाड 

विधायक ने कहा कि उनका बेटा जमीन के संबंध में एक शिकायत दर्ज कराने उल्हासनगर के पुलिस थाने गया था. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कतई पछतावा नहीं है. एक पिता के तौर पर, मैं यह बर्दाश्त नहीं कर सकता कि कोई मेरे बच्चे को पीटे.''

विधायक ने कहा, ‘‘शिंदे साहब ने उद्धव (ठाकरे) साहब को धोखा दिया, वह भाजपा को भी धोखा देंगे... उन पर मेरे करोड़ों रुपये बकाया हैं. अगर महाराष्ट्र का प्रबंधन अच्छे तरीके से करना है तो शिंदे को इस्तीफा देना होगा. यह देवेंद्र फडणवीस (उपमुख्यमंत्री) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मेरा विनम्र अनुरोध है.''

दोपहर से ठीक पहले जारी एक मेडिकल बुलेटिन में, महेश गायकवाड़ का इलाज कर रहे ठाणे अस्पताल ने कहा कि उन्हें शुक्रवार रात को कई गोलियों की चोटों के साथ अस्पताल लाया गया था. अस्पताल ने कहा कि उनकी एक आपातकालीन जीवनरक्षक सर्जरी की गई.

बुलेटिन में कहा गया, ‘‘सर्जरी के बाद वह गहन चिकित्सा इकाई में और वेंटिलेटर पर हैं. उनकी हालत फिलहाल नाजुक है और विशेषज्ञ चिकित्सक का एक दल उनकी निगरानी कर रहा है.''

उच्‍चस्‍तरीय जांच के आदेश दिए : फडणवीस 

फडणवीस ने कहा कि उन्होंने इसकी उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने कहा, ‘‘घटना गंभीर है और मैंने डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) से उच्च स्तरीय जांच कराने को कहा है. फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, ''कानून के समक्ष हर कोई समान है, चाहे उसकी राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो.''

उन्होंने कहा कि जांच से पता चलेगा कि विधायक ने किस कारण और किन परिस्थितियों में गोली चलाई.

महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा प्रमुख चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा कि यदि विधायक दोषी हैं तो पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी. 

उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा कानून को अपने हाथ में लेना गलत है. 

विपक्ष ने की शिंदे के इस्‍तीफे की मांग 

विपक्ष ने मुख्यमंत्री शिंदे के इस्तीफे की मांग की. कांग्रेस ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है. राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने इसे चिंताजनक बताया और कहा कि सत्ता के 'दुरुपयोग' की भी एक सीमा होती है. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने इस घटना के लिए शिंदे को जिम्मेदार ठहराया. 

वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने सवाल किया कि क्या गृहमंत्री (फडणवीस) ने भाजपा नेताओं को कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने का खुला लाइसेंस दे दिया है, राज्य के मंत्री छगन भुजबल (राकांपा-अजित पवार समूह) ने आरोप का प्रतिवाद किया और सवाल किया, ‘‘क्या फडणवीस ने विधायक से गोली चलाने के लिए कहा था?''

कल्याण से लोकसभा सदस्य एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने शनिवार को कहा कि शिवसेना के उनके दो सहयोगियों पर भाजपा विधायक द्वारा कथित तौर पर की गई गोलीबारी का सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक है और कहा कि सच्चाई सामने आएगी.

महेश गायकवाड की हालत नाजुक : श्रीकांत शिंदे 

मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा अस्पताल का दौरा करने के बाद श्रीकांत शिंदे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘महेश गायकवाड और राहुल पाटिल पर कल रात गोली चलाई गई. उन्हें जुपिटर अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है. छह घंटे की सर्जरी के बाद महेश गायकवाड के शरीर से छह गोलियां निकाली गईं. उन्हें सुबह 6:30 बजे आईसीयू में स्थानांतरित किया गया और उनकी हालत नाजुक है.''

कल्याण सांसद शिंदे ने कहा कि राहुल पाटिल के शरीर से भी दो गोलियां निकाली गईं और वह भी आईसीयू में निगरानी में हैं. उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस थाने का सीसीटीवी फुटेज अब सार्वजनिक है और सच्चाई सामने आएगी। जांच की जा रही है और हमें उम्मीद है कि दोषियों को सजा मिलेगी.''

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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