महाराष्ट्र में ठाणे जिले के एक वृद्धाश्रम में संक्रमित पाए गए 62 लोगों की हालत ‘स्थिर' है और इनमें से 15 के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. यहां के सिविल सर्जन डॉक्टर कैलाश पवार ने बताया कि इनमें से चार को आईसीयू में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है. ‘मातोश्री' वृद्धाश्रम में टीके की दोनों खुराक लगवा चुके 55 वरिष्ठ नागरिकों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
इनके अलावा यहां काम करने वाले पांच कर्मी और उनके परिवार के दो सदस्य भी संक्रमित पाए गए हैं जिनमें डेढ़ साल की एक बच्ची भी शामिल है. इन सभी को ठाणे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद जिला प्रशासन ने भिवंडी तहसील के सोरगांव ग्राम को निरुद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया. यह वृद्धाश्रम यहीं स्थित है. डॉक्टर पवार ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों में संक्रमण का तेजी से प्रसार हुआ है क्योंकि ये सभी वृद्धाश्रम में एक साथ खाना खाते हैं और उठते-बैठते हैं.
अस्पताल में भर्ती 62 मरीजों में से 37 पुरुष और 25 महिलाएं हैं. इनमें से 41 मरीज पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं. उन्होंने बताया कि 62 मरीजों में से 15 के नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है.
सभी मरीज निगरानी में हैं और अस्पताल की चिकित्सकीय टीम हर पल उनकी हालत पर नजर रखे हुए है. इन्हें कम से कम 10 दिन तक अस्पताल में रखा जाएगा और उनकी स्थिति के आधार पर ही छुट्टी देने के बारे में निर्णय लिया जाएगा. सोरगांव ग्राम में कुल 343 मकान हैं और इसकी कुल आबादी 1,130 है. स्थानीय लोगों के नमूने भी लिए जा रहे हैं.