- नए साल के मौके पर भारत-पाक सीमा पर 70-80 आतंकी घुसपैठ की योजना बना रहे हैं, सुरक्षा बढ़ाई गई है.
- पाकिस्तानी ऑब्जर्वेशन पोस्ट आतंकियों के लिए लॉन्चपैड की तरह काम करते हैं और घुसपैठ में मदद करते हैं.
- भारतीय BSF के जवान सर्दी, कोहरे और कम दृश्यता के बावजूद सीमा पर सतर्कता से तैनात हैं.
सर्दियों के मौसम में भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा और अधिक कड़ी कर दी गई है. सुरक्षा एजेंसियों को मिले इनपुट बताते हैं कि नए साल के मौके पर 70-80 आतंकी अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) और लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पार कर भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं.
NDTV की टीम ने बार्डर फेंस से कुछ ही मीटर की दूरी पर पाकिस्तान की कई ऑब्ज़र्वेशन पोस्ट (OPs) को कैमरे में कैद किया है. जानकारी के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के 70-80 आतंकी अभी भी भारत-पाकिस्तान सीमा के पास अपने लॉन्च पैड में छिपे बैठे हैं और मौसम का फायदा उठाकर भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं.
लॉन्चपैड की तरह इस्तेमाल होती हैं ऑब्जर्वेशन पोस्ट
ये चौकियां सिर्फ पाकिस्तान की ऑब्जर्वेशन पोस्ट सिर्फ निगरानी के लिए नहीं हैं. अक्सर इन्हें आतंकी लॉन्चपैड की तरह इस्तेमाल किया जाता है. आतंकियों को इसी तरह की पोस्टों के आसपास ठिकाने, गाइडेंस और कवर मिलता है. कई बार ये ऑब्जर्वेशन पोस्ट सीमा से लगे इलाकों में मौजूद आर्मी कैंप जैसे स्ट्रक्चर के साथ जुड़े होते हैं, जिनका दुरुपयोग घुसपैठ रूट तय करने में होता है.
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मुस्तैद हैं BSF के जवान
ऐसे में भारतीय BSF के जवान हर एक हलचल पर नजर रखे हुए हैं. पाकिस्तानी पोस्ट में होने वाली गतिविधियों को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है. कड़ाके की सर्दी, कोहरा और जीरो विजिबिलिटी के बावजूद जवान सीमा पर पलक झपकाए बिना तैनात हैं.
घुसपैठ की कोशिश में आतंकी
इनपुट्स के अनुसार 70-80 आतंकी घुसपैठ की कोशिश में हैं, ताकि जम्मू‑कश्मीर में टेरर पॉट को उबलते रखने की रणनीति जारी रखी जा सके. घुसपैठ की कोशिशें सर्दियों में बढ़ती हैं, क्योंकि नदी‑नालों और कठिन मार्गों पर सुरक्षा पैटर्न बदला जाता है, जिसका फायदा आतंकी उठाने की कोशिश करते हैं.
सुरक्षा के मद्देनजर VPN पर बैन
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के कई जिलों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है, क्योंकि सुरक्षा बलों ने यह सुनिश्चित करने के लिए सेल फोन सर्विलांस बढ़ा दिया है कि बैन के आदेश का उल्लंघन न हो. घाटी के कुपवाड़ा, कुलगाम और शोपियां जिले वीपीएन बैन लगाने वाले नए जिले हैं, जिन्होंने आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया है. कुपवाड़ा के मजिस्ट्रेट श्रीकांत बालासाहेब सुसे ने पुलिस से मिली जानकारी का हवाला दिया है, जिसमें जिले में बड़ी संख्या में संदिग्ध इंटरनेट यूजर्स द्वारा वीपीएन के इस्तेमाल में बढ़ोतरी की बात कही गई है.
(प्रदीप दत्ता की ग्राउंड रिपोर्ट)













