तेलंगाना (Telangana) के स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंदर (Eatala Rajender), जिन्होंने घोषणा की थी कि वे आज सबसे पहले कोरोना वायरस (Coronavirus) की वैक्सीन लगवाएंगे, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "सख्त निर्देश" का हवाला देते हुए ऐसा नहीं किया. शुक्रवार को ही मंत्री ने कहा था कि लोगों में वैक्सीन के प्रति विश्वास बहाली के लिए वह सबसे पहले टीका लगवाएंगे. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की.
आज (शनिवार) ही प्रधानमंत्री कार्यालय ने दोहराया कि राजनेताओं को वैक्सीन की कतार में नहीं कूदना चाहिए और अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए, भले ही वे लोगों में विश्वास बहाली और उन्हें प्रेरित करने की कोशिश कर रहे हों. प्रधानमंत्री की तरफ से यह चेतावनी तब आई, जब हरियाणा सरकार ने अनुरोध किया कि टीकाकरण के पहले चरण में सांसदों और विधायकों जैसे जन प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए.
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बिहार और ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्रियों ने भी कथित तौर पर मांग की थी कि पंचायतों से लेकर संसद तक के जनप्रतिनिधियों को फ्रंटलाइन कार्यकर्ता माना जाए और उनका टीकाकरण कराया जाए.
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बता दें कि टीकाकरण के पहले चरण में सरकार की प्राथमिकता सूची में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, पुलिसकर्मी, नागरिक सुरक्षा कर्मी और स्वच्छता कार्यकर्ता जैसे फ्रंटलाइन कार्यकर्ता सबसे ऊपर हैं. इनके बाद दूसरी वरीयता सूची में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी अन्य उच्च जोखिम वाले समूह शामिल हैं.