लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राष्ट्रीय स्तर पर संघीय मोर्चा बनाने की कवायद तेज होती नजर आ रही है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) के हैदराबाद स्थित कैंप कार्यालय में संघीय मोर्चे को आकार देने की कोशिशें चल रही हैं.
मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwai Yadav) अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ केसीआर से मुलाकात करने आए. बैठक के दृश्य क्षेत्रीय दलों के नेताओं के बीच आपसी भरोसे एवं सम्मान कायम करने के प्रयासों और आत्मीयता की कहानी व्यक्त करते हैं, जो राष्ट्रीय पार्टियों खासकर बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की उम्मीद कर रहे हैं.
केसीआर ने तेजस्वी यादव के पिता और आरजेडी के दिग्गज नेता लालू यादव (Lalu Yadav) को फोन कर न सिर्फ उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा बल्कि उनसे एक्टिव पॉलिटिक्स में वापस आने और राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभाने का आग्रह भी किया. उन्होंने जोर दिया कि लालू का अनुभव और मार्गदर्शन किसी भी नए मोर्चे के लिए अमूल्य होगा.
कहा जा रहा है कि लालू यादव ने केसीआर को धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताकतों का गठबंधन तैयार करने के प्रयासों के लिए उन्हें बधाई दी, जिसे वह "बीजेपी मुक्त भारत" कहते हैं. उन्होंने कथित तौर पर केसीआर को याद दिलाया कि उन्होंने (लालू यादव) अलग तेलंगाना राज्य के लिए अपने समर्थन की घोषणा की थी और इसे हकीकत बनाने के लिए केसीआर के नेतृत्व तथा संघर्ष पर भी बात की.
तेजस्वी यादव बिहार के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी और राजद के अन्य नेताओं सुनील सिंह और भोला यादव के साथ स्पेशल फ्लाइट से हैदराबाद पहुंचे थे. सूत्रों ने कहा कि नेताओं ने सहमति जताई है कि साथ आने, हाथ मिलाने और बीजेपी को हराने के लिए विस्तृत रणनीति तैयार करना जरूरी है.
मीटिंग में केसीआर के बेटे और तेलंगाना के आईटी मंत्री केटी रामा राव और केसीआर के भतीजे एवं राज्यसभा सांसद जोगिनपल्ली संतोष भी मौजूद थे.
केसीआर ने रविवार को सीपीआई और सीपीएम के राष्ट्रीय नेताओं से अलग-अलग मुलाकात की थी. वाम नेता एक पार्टी सम्मेलन के लिए हैदराबाद आए थे.