बिहार में विपक्ष के नेता (Leader of Opposition) और राजद (RJD) नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) समेत 500 से ज्यादा लोगों पर किसानों के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन करने पर केस दर्ज किया गया है. इन पर बिना प्रशासन की इजाजत के गांधी मैदान के पास सभा करने के आरोप हैं. प्रशासन ने उन पर आईपीसी की कई धाराओं और महामारी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है. जिन पर केस दर्ज हुआ है उनमें तेजस्वी यादव के अलावा राजद के 18 नेता नामजद किए गए हैं. 500 अन्य लोगों पर भी सभा में मौजूद रहकर कानून का उल्लंघन करने के आरोप लगाए गए हैं.
FIR दर्ज करने पर तेजस्वी ने नीतीश कुमार की सरकार को निकम्मी, कायर और डरपोक सरकार कहा है. उन्होंने लिखा है, "डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है. दम है तो गिरफ़्तार करो,अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार के बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूँगा. किसानों के लिए FIR क्या अगर फाँसी भी देना है तो दे दीजिए."
इससे पहले तेजस्वी यादव ने पटना के गांधी मैदान में कृषि क़ानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और कहा, "तीनों नए कृषि क़ानून किसान विरोधी हैं, हमारी मांग है कि जो किसान सड़कों पर आंदोलन कर रहें हैं उनकी सभी मांगों को पूरा किया जाए. हम किसानों की मांगों के साथ हैं."
राजद ने बीजेपी द्वारा पार्टी कार्यालय में सभा करने और कोरोना वायरस महामारी के बीच नियमों की धज्जियां उड़ाने पर बीजेपी और नीतीश सरकार को आड़े हाथ लिया है और लिखा है, "नेता प्रतिपक्ष @yadavtejashwi जी किसानों के हक़ के लिए लड़ते है तो BJP-JDU की निक्कमी सरकार कोरोना का बहाना बनाकर धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं देती। इसमें देखिए BJP प्रदेश अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे बेशर्मी से खुद सोशल शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे है."