लालू यादव और राबड़ी देवी के बेटे तेजप्रताप यादव अब बिजनेसमैन बन गए हैं. अपने खास अंदाज के लिए हमेशा से चर्चा में रहने वाले तेजप्रताप अब अपने कारोबार को लेकर चर्चा में आ गए हैं. उन्होंने अगरबत्ती का काम शुरू किया है. उन्होंने LR के नाम से ये शुरू किया है. एलआर का मतलब बताया गया है लारजेस्ट रीच (Largest Reach). इस अगरबत्ती की खास बात ये है कि इसमें कैमिकल नहीं हैं और मंदिर में जो फूल चढ़ते हैं इसे उनसे बनाया गया है. ANI के मुताबिक-तेजप्रताप का दावा है कि एक अगरबत्ती जलाने पर कई दिनों तक कमरे में सुगंध रहती है. उन्होंने कहा कि वह लंबे समय तक पूजा पाठ करते रहे हैं और अगरबत्ती से लगाव है. उन्होंने दिल्ली के एक दोस्त की फैक्ट्री में अगरबत्ती बनते देखी तो उसी से प्रभावित होकर ये फैक्ट्री लगाई है. उनका कहना है कि इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
तेजप्रताप ने भी बताया कि मंदिर में भगवान को जो फूल चढ़ाए जाते हैं वो बेकार चले जाते हैं. हम उन्हीं फूलों को इकट्ठा करके सूखाकर पीस लेते हैं और पाउडर बनाकर अगरबत्ती बनाते हैं. तेज प्रताप ने अगरबत्तियों के नाम भगवान के नाम पर रखे हैं, जैसे कृष्णलीला, गंगा यमुना, परिजात, वृंदा तुलसी आदि.
बता दें कि कुछ समय पहले तेजप्रताप की तबीयत अचानक खराब हो गई थी. सूचना मिलते ही बड़े भाई तेजस्वी हालचाल लेने पहुंचे थे. पता चला कि तेजप्रताप ने कोरोना वैक्सीन ली थी. इसके बाद उन्हें बदन दर्द और हल्के बुखार की शिकायत थी. हाल ही में 5 जुलाई को तेजप्रताप ने राजद के सिल्वर जुबली कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था, जहां उनके पिता लालू यादव ने उनके भाषण की बहुत तारीफ की थी. तेजप्रताप ने कहा था कि जब भी मैं कुछ बोलता हूं लोग हंसते हैं. जब पिताजी बोलते थे तब भी विरोधी ऐसा करते थे. बहुत सारे लोग खराब बातें करते हैं, लेकिन मैं पीठ पीछे की इन बातों पर ध्यान नहीं देता. मैं अपने दिल की बात करता हूं.