उद्धव खेमे ने SC में दी नई अर्ज़ी, 'टीम शिंदे' की विधानसभा में एंट्री पर रोक की है मांग, 11 जुलाई को होगी सुनवाई

नई सरकार की गठन के बाद महाविकास आधाड़ी ने फिर एक बार शिवसेना के 39 बागी विधायकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
मुंबई:

महाराष्ट्र में बागी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली नई सरकार की गठन के बाद महाविकास आधाड़ी ने फिर एक बार शिवसेना के 39 बागी विधायकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. महाविकास अघाड़ी की ओर से एक नई याचिका दायर की गई है, जिसमें ये मांग की गई है कि कोर्ट सभी बागी विधायकों को विधानसभा आने से रोके. कहा गया है कि वैसे विधायक जिनके खिलाफ अभी सुनवाई चल रही है या बाकी है, उनके विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने पर प्रतिबंध लगाया जाए. इधर, सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के लिए 11 जुलाई की तारीख मुकर्रर की है.

'अनुमति नहीं दी जानी चाहिए'

सत्ता से बेदखल होने के बाद एमवीए ने कहा, " बागी विधायक जो बीजेपी के मोहरे के रूप में काम कर रहे हैं. साथ ही जो दलबदल का संवैधानिक पाप कर रहे हैं, उन्हें विधानसभा के सदस्य के रूप में बने रहने की अनुमति देकर एक दिन के लिए भी अपने पाप को कायम रखने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए."

राज्यपाल के फैसले को चुनौती देने की तैयारी

उद्धव खेमे द्वारा तर्क दिया गया है कि टीम एकनाथ द्वारा किए गए बगावत के बावजूद शिवसेना उद्धव ठाकरे की ही है. उन्हें 23 जून को शिवसेना के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था, जब शिवसेना के संगठनात्मक चुनाव हुए थे. वहीं, 27 जून को चुनाव आयोग को इस बाबत विधिवत सूचित किया गया था. ऐसे में अब उद्धव झुकने के मूड में नहीं हैं. वे एकनाथ शिंदे को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के राज्यपाल के फैसले को चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. 

Advertisement

उद्धव खेमे ने कहा कि केवल फ्लोर टेस्ट निर्धारित था. ऐसे में अयोग्यता को लेकर 12 जुलाई तक कोई निर्णय नहीं होना चाहिए. वहीं, जब तक अयोग्यता का फैसला नहीं हो जाता, उन्हें निलंबित रखें. उद्धव खेमे की ओर से वकील सिबब्ल ने कहा कि अभी तक बागी गुट ने किसी तरह का कोई विलय नहीं किया है. ऐसे में मूल गुट का फैसला चुनाव आयोग ही कर सकता है. इस पर एससी ने कहा कि वो मुख्य केस में इस मुद्दे को कंसिडर करेंगे. 

Advertisement

उद्धव ठाकरे के फैसले को पलटने की तैयारी

मिली जानकारी अनुसार महाराष्ट्र विधानसभा का अधिवेशन अब रविवार और सोमवार को होगा. शनिवार को अध्यक्ष पद का नॉमिनेशन भरा जाएगा. वहीं, सोमवार को फ्लोर टेस्ट होगा. गौरतलब है कि एमवीए का ये कदम तब सामने आया है जब सत्ता पलट के बाद महाराष्ट्र की गद्दी संभालने वाले एकनाथ शिंदे ने बतौर मुख्यमंत्री फैसला लेना शुरू कर दिया है. सूत्रों की मानें तो वे उद्धव सरकार के आरे में मेट्रोकार शेड नहीं बनाने को लेकर किए गए फैसले को पलटने की तैयारी में हैं. 

Advertisement

यह भी पढ़ें -

-- नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद महाराष्ट्र ऐसा तीसरा बड़ा राज्य जहां BJP ने पलटी बाजी

Advertisement

-- कांग्रेस ने ‘हॉर्स रेसिंग' को ‘हॉर्स ट्रेडिंग' कहने को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर कटाक्ष किया

Featured Video Of The Day
Navi Mumbai Iskcon: PM मोदी ने नवी मुंबई में ISKCON Temple का किया उद्घाटन
Topics mentioned in this article