चक्रवात ‘ताउते' की चपेट में आने के छह दिन बाद भी बजरा पी305 के 15 और टगबोट नौका वाराप्रदा के 11 कर्मी अब भी लापता हैं जिनका पता लगाने के लिए नौसेना ने शनिवार को मुंबई अपतटीय क्षेत्र में विशेष गोताखोर टीमों को तैनात कर दिया. नौसेना के एक प्रवक्ता ने ट्वीट किया, "बजरा पी305 और नौका वाराप्रदा के लापता चालक दल को खोजने के लिए चल रहे खोज एवं बचाव अभियान को बढ़ाने के लिए साइड-स्कैन सोनार के साथ आईएनएस मकर और आईएनएस तरासा पर सवार होकर विशेष गोताखोर टीम आज सुबह मुंबई से रवाना हुईं."
सोमवार को अरब सागर में बजरा पी305 के डूबने से मरने वालों की संख्या 11 और शवों की बरामदगी के साथ 61 तक पहुंच गई, जबकि नौसेना और तटरक्षक बल ने बजरे से 15 और वाराप्रदा से 11 लापता कर्मियों की तलाश जारी रखी.
संपर्क करने पर, एक अधिकारी ने कहा कि रात भर चले अभियान पर नयी सूचना की प्रतीक्षा है. इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि लापता लोगों के जीवित होने की उम्मीद अब कम हो रही है. पी305 बजरा पर सवार 261 कर्मियों में से अब तक 186 को बचाया जा चुका है. वाराप्रदा में सवार 13 लोगों में से दो को बचा लिया गया है.
मुंबई पुलिस ने कहा है कि वह इस बात की जांच करेगी कि चक्रवात ‘ताउते' की चेतावनी के बावजूद बजरा अशांत क्षेत्र में क्यों रुका रहा. पुलिस ने बजरे पर सवार कर्मियों की मौत के मामले में भी दुर्घटनावश हुई मौत का मामला दर्ज किया है.
इसबीच, बार्ज P305 हादसे में मृत अब तक 61 शव नौसेना ने मुम्बई पुलिस को सौंपे हैं. उनमें 28 की पहचान और कानूनी कार्यवाही कर उनके परिजनों को सौंप दिए गये हैं. मुम्बई पुलिस के मुताबिक कुछ शव बहुत ही खराब हो चुके हैं जिनकी पहचान हो पाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट की मदद ली जाएगी.
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