पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने 22 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि की टूल किट केस में गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है. ममता ने कहा कि कार्रवाई तो बीजेपी की आईटी सेल (BJP IT Cell) पर होनी चाहिए जो देश भर में झूठ फैलाने का काम करती है.
ममता बनर्जी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि सरकारी नीतियों का विरोध करने वाले किसी शख्स की गिरफ्तारी करना क्या उचित है. बीजेपी को चाहिए कि वह सबसे पहले अपनी आईटी सेल के खिलाफ शिकंजा कसे जो झूठ फैलाने के काम में जुटी है. ये दोहरा मानदंड क्यों अपनाया जा रहा है. बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी की आईटी सेल के सदस्य तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता होने का ढोंगकर लोगों को फोन कर रहे हैं और उनकी पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं. इस पर उन्होंने कोलकाता पुलिस से ध्यान देने को कहा है.
ममता ने हर दिन एलपीजी और पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि केंद्र को इसकी कोई परवाह नहीं है. उसकी दिलचस्पी चुनावों से पहले केवल झूठे वादे करने में है. दरअसल, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने वाले हैं. बीजेपी बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के दस वर्षों के शासन को खत्म करने की कोशिश में लगी हुई है.
दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा थनबर्ग की टूल किट के मामले में बेंगलुरु की एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि देश विरोधी खालिस्तानी संगठन की शह पर यह टूल किट बनाई गई और भारत विरोधी कृत्यों को अंजाम दिया गया. पुलिस को इस मामले में निकिता जैकब और शांतुन की भी तलाश है, जिनकी भी टूल किट में अहम भूमिका है. पुलिस का आरोप है कि इन युवाओं ने खालिस्तानी नेताओं के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये बैठक की और पूरी साजिश रची.