दिल्ली में चुनाव परिणाम आने के बाद अब सभी को इंतजार है नई सरकार का. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए कुल 48 सीटें जीती हैं. इस जीत के साथ ही बीजेपी ने 1993 के बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी कर चुकी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नई सरकार का शपथ ग्रहण 19 या 20 फरवरी को हो सकता है. सूत्रों के अनुसार दिल्ली का नया सीएम कौन होगा इसका फैसला पीएम मोदी के स्वदेश लौटने के बाद ही होगी.
कौन बनेगा दिल्ली का सीएम
बताया जा रहा है कि पीएम मोदी के स्वदेश लौटते ही वो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक करेंगे. इसी बैठक में ये तय होगा कि आखिर दिल्ली की नई सरकार का मुखिया कौन होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात अमेरिका से दिल्ली पहुंचेंगे. इसके बाद सरकार बनाने को लेकर एक अहम बैठक होगी. पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता भी मौजूद होंगे.
बीजेपी का होमवर्क पूरा
इन नेताओं की बैठक में दिल्ली में सरकार गठन के लिए अंतिम रूप से निर्णय लिया जाएगा. इस दौरान दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा, यह भी तय हो जाएगा. BJP के शीर्ष नेतृत्व ने दिल्ली में सरकार गठन के लिए पहले ही होमवर्क पूरा कर लिया है. पार्टी ने दिल्ली में सरकार गठन के लिए विधायकों के नामों की एक सूची तैयार की है, जिसमें 48 में से 15 विधायकों के नाम को प्राथमिकता दी गई है. इन 15 विधायकों में से 9 नामों को अंतिम रूप से चुना जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री, मंत्री और स्पीकर के नाम तय किए जाएंगे.
डिप्टी सीएम पर क्या खबर
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री निर्वाचित विधायकों में से होगा और इस बारे में निर्णय विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा. नड्डा ने यह भी संकेत दिया कि मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद पहली कैबिनेट बैठक में कुछ महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले लिए जाएंगे. एक अन्य महत्वपूर्ण घोषणा यह है कि दिल्ली में नई भाजपा सरकार में कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा.
बता दें कि 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए. इस चुनाव में भाजपा ने 42 सीटों पर शानदार जीत हासिल की, तो वहीं, आम आदमी पार्टी महज 22 सीटों पर सिमट गई. इस चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस का खाता नहीं खुला. दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 26 फरवरी को समाप्त हो रहा है और नई सरकार को उससे पहले कार्यभार संभालना होगा.