स्वच्छता सर्वेक्षण में छोटे शहरों की बात करें तो नई दिल्ली ने अव्वल स्थान हासिल किया है. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र ने केंद्र के स्वच्छता सर्वेक्षण (Swachh Survekshan 2021) में 1-10 लाख आबादी की श्रेणी में देश में सबसे स्वच्छ शहरों में अव्वल स्थान हासिल किया है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के नतीजे शनिवार को घोषित किए गए. वहीं नोएडा को गार्बेज फ्री सिटी यानी कचरा मुक्त शहर के तौर पर सम्मानित किया गया है. उसे 5 स्टार रैंकिंग मिली है. नोएडा को 10 लाख से कम आबादी वाले शहर की कैटेगरी में देश के स्वच्छ शहर अवार्ड (Cleanest City Award) से सम्मानित किया गया है. इस शहर ने देश में चौथा स्थान हासिल किया है.
पिछले साल तीसरे स्थान पर रही एनडीएमसी की रैंकिंग में सुधार हुआ, जबकि 2019 में यह पांचवें स्थान पर थी. एनडीएमसी को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा परिभाषित पांच सितारा कचरा मुक्त शहर और वाटर प्लस की प्रमाणित श्रेणी में भी जगह मिली है। प्रेरक दौर सम्मान में एनडीएमसी को प्लेटिनम सिटी (दिव्य) भी घोषित किया गया है. स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश के इंदौर को लगातार पांचवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया.
स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरा स्थान सूरत को जबकि तीसरा स्थान विजयवाड़ा को मिला है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को दिल्ली में विजेताओं को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 प्रदान किए. यह पुरस्कार एनडीएमसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र, सचिव ईशा खोसला, चिकित्सा अधिकारी रमेश कुमार और सीएमओ शकुंतला ने प्राप्त किया. केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर को लगातार 5वीं बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया है.
छत्तीसगढ़ ने सबसे स्वच्छ राज्य का स्थान बरकरार रखा. स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 के परिणामों की घोषणा शनिवार को की गई थी. आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सर्वेक्षण में ‘स्वच्छ गंगा शहर' की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ. इस श्रेणी में बिहार के मुंगेर को दूसरा और पटना को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ. वाराणसी को पिछले वर्ष भी इस श्रेणी में यहीं पुरस्कार प्राप्त हुआ था.