भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के रोजमर्रा के मामलों को संभालने के लिए तीन सदस्यीय तदर्थ समिति का गठन किया गया. अब WFI के निलंबित अध्यक्ष संजय सिंह ने बजरंग पुनिया और अन्य पहलवानों पर आरोप लगाया कि इन्होंने राजनीति करने के लिए विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया और खिलाड़ी के रूप में उनका समय अब बीत चुका है. बता दें कि खेल मंत्रालय ने रविवार को देश में खेल की प्रमुख गवर्निंग बॉडी को उसके सभी पदाधिकारियों सहित सस्पेंड कर दिया. वहीं अपने फैसले के बाद मंत्रालय ने भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के मामलों के प्रबंधन और नियंत्रण के लिए एडहॉक कमेटी बनाने का निर्देश दिया.
अच्छे खिलाड़ी के रूप में इनका समय अब निकल चुका है : संजय सिंह
संजय सिंह ने एनआईए से कहा कि खिलाड़ी के रूप में इनका समय अब निकल चुका है. आपने बजरंग पुनिया को देखा होगा, वे अपना आखिरी मैच 10-0 से हार गए थे. इन्होंने राजनीति के लिए रेसलिंग छोड़ दी.हाल ही में राहुल गांधी उनसे मिलने गए और मैट पर उनके साथ कुश्ती की.ये सब काम वो नहीं हैं, जो सही मायने में खिलाड़ी करते हैं. बुधवार सुबह कांग्रेस सांसद राहुल गांधी झज्जर जिले के छारा गांव स्थित वीरेंद्र आर्य अखाड़े पहुंचे थे और ओलिंपियन बजरंग पुनिया समेत पहलवानों से बातचीत की थी.
वे नहीं चाहते जूनियर खिलाड़ी आगे बढ़ें : संजय सिंह
संजय सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि दिग्गज पहलवान विरोध कर रहे हैं, वे नहीं चाहते जूनियर पहलवान आगे बढ़ें और उनके विरोध के कारण कुश्ती की सभी गतिविधियां रुक गई हैं. उन्होंने आगे कहा कि वे किसी ना किसी पार्टी से मिलकर राजनीति कर रहे हैं और वे नहीं चाहते कि जूनियर खिलाड़ी आगे बढ़ें. ट्रायल नहीं होने से जूनियर खिलाड़ियों को काफी नुकसान हो रहा है. मैं 10-12 साल से कुश्ती से जुड़ा हूं. अगर मैंने कभी किसी भी खिलाड़ी का अपमान किया है तो उन्हें सबूत लाना चाहिए.
उन्होंने पहलवानों से ये भी सवाल किया कि उनकी क्या गलती थी कि उन्होंने उनके अध्यक्ष चुने जाते ही विरोध शुरू कर दिया.पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग के अवॉर्ड लौटाने पर उन्होंने कहा कि यह निजी मामला है, हालांकि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि हमारे नागरिकों के पैसे और भावनाओं ने उन्हें स्टार बनाया है. आगे की कार्रवाई पर संजय सिंह ने कहा कि फेडरेशन सरकार से बात करेगा.